गाजियाबाद। मोहननगर स्थित आईटीएस परिसर में आईसीटी अकादमी के तत्वावधान में हनीवेल सेंटर आफ एक्सीलेंस तथा आटोस सेंटर आफ एक्सीलेंस का भव्य उद्घाटन किया गया। बीसीए तथा बीबीए के छात्रों के लिए दो महत्वपूर्ण ट्रेनिंग कार्यक्रमों का शुभारम्भ किया गया। जिसमें हनीवेल सेंटर आफ एक्सीलेंस कि अंतर्गत बीसीए अंतिम वर्ष की छात्रों कि लिए एक क्लाउड सर्टिफिकेशन पर त्रैसाप्ताहिक ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके अतिरिक्त आटोस सिंटेल प्रयास फाउंडेशन यूथ एम्पावरमेंट प्रोग्राम बीसीए तथा बीबीए के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए एक त्रैसाप्ताहिक ट्रेनिंग का आयोजन किया जा रहा है, जिसका शीर्षक कम्युनिकेटिंग विद इम्पैक्ट -वोइस प्रोसेस है। हनीवेल इंटरनेशनल का यह प्रयास महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए अति महत्वपूर्ण है जो महिलाओं को तकनीकी क्षेत्र में स्वावलंबी बनाने का उद्देश्य रखता है। इस प्रमाणीकरण कार्यक्रम के माध्यम से, हनीवेल इंटरनेशनल छात्राओं को विभिन्न क्लाउड तंत्रज्ञान क्षेत्रों में दक्षता प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा, जो उन्हें आगामी तकनीकी संघर्षों के सामना करने में मददगार साबित हो सकता है। इसके साथ ही, यह कार्यक्रम महिला छात्राओं को तकनीकी क्षेत्र में उनकी पेशेवर ग्रोथ को सुनिश्चित करने के लिए एक माध्यम प्रदान करेगा। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र का शुभारम्भ मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया गया। उद्धघाटन कार्यक्रम में आईटीएस के स्नातक विभाग के निदेशक डॉ. सुनील कुमार पांडेय, आईटीएस मोहननगर के स्नातक विभाग की उपनिदेशिका प्रो. नैंसी शर्मा, आईटीएस के आईसीटी अकादमी के संयोजक प्रो. सौरभ सक्सेना तथा प्रो. अलोक कपिल उपस्थित थे। अपने सन्देश में आईटीएस समूह के चेयरमैन डा. आरपी चड्ढा तथा आईटीएस समूह के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने इस कार्यक्रम की सराहना की तहा उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को आवश्यक ज्ञान और कौशल प्राप्त होगा, जो आगामी करियर में उन्हें विशेषता प्रदान करेंगे। निदेशक डॉ. सुनील कुमार पांडेय ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हनीवेल इंटरनेशनल उम्मीदवारों को प्रमाणीकृत क्लाउड स्पेशलिस्ट बनने का मौका प्रदान करेगा, जो उन्हें आगामी प्रौद्योगिकी युग में आगे बढ़ने में मदद करेगा। उपनिदेशिका प्रो. नैंसी शर्मा ने कहा कि आईटीएस अपने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव कार्यरत रहता है। इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों को आने वाले जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मील का पत्थर साबित होंगे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. सौरभ सक्सेना ने किया। इस अवसर पर सभी संकाय सदस्य तथा छात्र उपस्थित थे।