लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र से 15 देशों में तैनात भारतीय राजदूतों/उच्चायुक्तों ने शिष्टाचार भेंट की। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म से यूपी का विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि 10-12 फरवरी, 2023 को उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट आयोजित किया जाएगा। यह तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अभूतपूर्व होगा, ऐतिहासिक होगा और नए उत्तर प्रदेश की आकांक्षाओं को उड़ान देने वाला होगा। व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट वर्ष-2023 प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की पूर्ति में सहायक होगा।
उन्होंने कहा कि ओडीओपी योजना के प्रभावी क्रियांवयन से प्रदेश से निर्यात में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक पार्क, टॉय पार्क, फिल्म सिटी, लॉजिस्टिक पार्क, मेगा लेदर पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क जैसे सेक्टर आधारित प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा रही है। एयर कनेक्टिविटी का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में बेहतर एयर कनेक्टिविटी है। भारत सरकार द्वारा संचालित उड़ान योजना का उत्तर प्रदेश ने सर्वाधिक लाभ लिया है। इससे पूर्व, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अरविंद कुमार ने बताया कि लखनऊ में 10 से 12 फरवरी, 2022 तक यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 आयोजित किया जाएगा। समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री करेंगे। कार्यक्रम में 10 हजार से ज्यादा डेलीगेट्स उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम के समापन सत्र की अध्यक्षता राष्ट्रपति करेंगी।
चर्चा के दौरान राजदूतों द्वारा उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये फंड रेजिंग डिपार्टमेंट बनाने के साथ अन्य महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये, जिस पर मुख्य सचिव ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि दिये गये सुझावों पर विचार-विमर्श कर अमल में लाया जाये।
इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, आयरलैंड के राजदूत अखिलेश मिश्र, लाओस के दिनकर अस्थाना, जेनेवा के इंद्रमणि पांडेय, पोलैंड की नगमा मोहम्मद मलिक, जॉर्डन के अनवर हलीम, भूटान के सुधाकर दलेला, नेपाल के नवीन श्रीवास्तव, बहरीन के पीयूष श्रीवास्तव, दक्षिण कोरिया के अमित कुमार, पुर्तगाल के मनीष चौहान, न्यूजीलैंड के नीता भूषण, क्रोएशिया के राजकुमार श्रीवास्तव, कजाखिस्तान की शुभदर्शिनी त्रिपाठी, मैक्सिको के डॉ. पंकज शर्मा और बोत्सवाना के राजदूत डॉ. राजेश रंजन मौजूद थे।