- जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने एमओआईसी को दिया प्रशिक्षण
- एमओआईसी ब्लॉक स्तर पर आशा संगिनियों को प्रशिक्षित करेंगे
गाजियाबाद। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत राज्य में प्रत्येक पंक्ति को प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवा के आधार पर इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड (ईएचआर) तैयार किया जाना है ताकि सबकी स्वास्थ्य कुंडली आॅनलाइन उपलब्ध रहे और सरकार को उसी के मुताबिक योजनाओं का कार्यन्वयन करने में सुविधा हो। इसी क्रम में मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय में जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) अनुराग भारती की ओर से जनपद के सभी मेडिकल आॅफिसर इंचार्ज (एमओआईसी) को प्रशिक्षण दिया गया। डीपीएम ने बताया दूसरे चरण में ब्लॉक स्तर पर एमओआईसी आशा संगिनियों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे और तीसरे चरण में आशा संगिनियों की ओर से आशा कार्यकतार्ओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड तैयार करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक डिजिटल टूल (मोबाइल एप) का चयन किया है। इस एप के जरिए आशा कार्यकतार्ओं को डिजिटलीकरण प्रक्रिया अपनाने हेतु सक्षम बनाने, स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की पहुंच अंतिम छोर तक सुनिश्चित करने में सुविधा होगी। इस एप के जरिए स्वास्थ्य इकाई एवं समुदाय में प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिक स्तर पर एकत्र करने में सुविधा होगी। जाहिर तौर पर सटीक आंकड़ों की उपलब्धता से योजनाओं पर काम करने में मदद करेगी और इसकी व्यापक उपयोगिता आम जन के स्वास्थ्य में एक मील का पत्थर साबित होगी।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया यह एप अन्य डिजिटल प्लेटफार्म जैसे आरसीएच और एनसीडी पोर्टल आदि से भी एकीकृत किए जाने की योजना है। इस एप के पायलट प्रोजेक्ट हेतु फतेहपुर जिले के बहुआ ब्लॉक का चयन किया गया है और पायलट के नतीजों के आधार पर इसे राज्य के अन्य जिलों में लागू करने की तैयारी की जा रही है।