- दोबारा टेस्ट कराने की भी जरूरत नहीं
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना के हल्के लक्षणों वाले मरीजों को डिस्चार्ज करने के मामले में बड़ा निणर्य लिया है। बुधवार को प्रेस कान्फे्रंस में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि अब हल्के लक्षण वाले संक्रमितों को पॉजिटिव पाए जाने के सात दिन बाद डिस्चार्ज किया जा सकता है। इस दौरान अगर लगातार तीन दिन तक मरीज की स्थिति ठीक रहती है और उसे बुखार नहीं आता तो डिस्चार्ज के लिए टेस्टिंग की भी जरूरत नहीं होगी।
उधर, मध्यम लक्षण वाले मरीजों में अगर सुधार दिखता है और उनका आक्सीजन सैचुरेशन स्तर बिना आॅक्सीजन सपोर्ट के भी लगातार तीन दिन तक 93 फीसदी से ज्यादा रहता है, तो ऐसे मरीजों को डिस्चार्ज किया जा सकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, जिन राज्यों को लेकर चिंता जताई गई है, वहां संक्रमण दर काफी ज्यादा है जहां महाराष्ट्र में प्रति यह दर 22.39 फीसदी है, तो वहीं बंगाल में 32.18 फीसदी, दिल्ली में 23.1 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 4.47%। संयुक्त सचिव ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की तरफ से जारी बयान का हवाला देते हुए कहा कि डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रॉन काफी तेजी से फैल रहा है। होम आइसोलेशन में रहने वालों को स्वास्थ्य विभाग के इस निर्णय से काफी लाभ मिलेगा। बिना वजह तनाव झेलने वाले कोरोना संक्रमितों को अब ज्यादा तनाव लेने की जरूरत नहीं है।