- 397 क्षय रोगियों को गोद लेकर 42 निक्षय मित्र बने
- निक्षय मित्र बन क्षय रोगियों की मदद करें : सीएमओ
हापुड़। प्रधानमंत्री का देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का संकल्प इसे आमजन की मुहिम बनाकर ही पूरा हो सकेगा। मुहिम में आमजन को जोड़ने के उद्देश्य से ही निक्षय मित्र की परिकल्पना की गई है और यह काफी कारगर साबित होती भी दिख रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि वर्ष 2022 में अब तक जनपद में 1329 क्षय रोगियों का उपचार पूर्ण हो चुका है, जबकि 1889 क्षय रोगी वर्तमान में उपचार ले रहे हैं। जनपद में अब तक 42 निक्षय मित्र बनाए गए हैं जो 397 क्षय रोगियों को गोद लेकर पुष्टाहार के साथ भावनात्मक व सामाजिक सहयोग उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने अन्य लोगों से भी क्षय रोगियों की मदद के लिए आगे आने का आह्वान किया है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. राजेश सिंह ने बताया कि क्षय रोगियों को गोद लेकर भावनात्मक और सामाजिक सहयोग उपलब्ध कराए जाने के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। इससे बीच में उपचार छोड़ देने की समस्या पर काफी हद तक अंकुश लगा है। दरअसल, निक्षय मित्र मिलने से रोगियों का हौंसला बढ़ जाता है, जब उन्हें यह पता लगता है कि परिवार के अलावा भी ऐसे लोग समाज में हैं जो उनकी परवाह करते हैं। उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता करते हैं और वह नियमित रूप से दवा खा रहे हैं या नहीं, इस बारे में पूछते हैं। कई लोगों की आर्थिक स्थिति ऐसे नहीं होती कि वह उच्च प्रोटीन युक्त पोषाहार प्राप्त कर सकें। इसके लिए एक ओर जहां निक्षय पोषण योजना के तहत विभाग हर माह पांच सौ रुपए बैंक खाते में ट्रांसफर करता है वहीं निक्षय मित्र हर माह पुष्टाहार उपलब्ध कराते हैं। जिला पीपीएम को-आर्डिनेटर सुशील चौधरी ने बताया कि जनपद में मुख्य विकास अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी समेत कुल 42 निक्षय मित्र पंजीकृत हो चुके हैं। 20 लोग व्यक्तिगत रूप से निक्षय मित्र बनें हैं। इसके अलावा सात एनजीओ और तीन संस्थान क्षय रोगियों की मदद के लिए आगे आए हैं, जो क्षय रोगियों को गोद लेकर पुष्टाहार के साथ ही भावनात्मक और सामाजिक सहयोग उपलब्ध करा रहे हैं।