लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ सहित सभी जनपदों में कोविड बेड की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक अस्पताल में न्यूनतम 36 घंटे का आॅक्सीजन बैकअप होना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि किसी भी जीवन रक्षक औषधि तथा होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के मेडिकल किट की दवाओं में कोई कमी न होने पाए। मुख्यमंत्री वर्चुअल माध्यम से कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आॅक्सीजन की आपूर्ति को और बेहतर करने के लिए अलग-अलग स्थानों पर 10 नये आॅक्सीजन प्लांट स्थापित कि,जाएंगे। इस कार्य में डीआरडीओ का सहयोग मिल रहा है। उन्होंने निर्देश दिये कि इन आॅक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए आज ही स्थल का चिन्हांकन करते हुए युद्धस्तर पर कार्रवाई की जाए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री द्वारा इस कार्य की निरन्तर मॉनिटरिंग की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि एचएएल द्वारा सीएसआर फंड से लखनऊ में एक डेडिकेटेड कोविड अस्पताल की स्थापना प्रस्तावित की गयी है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि एचएएल से समन्वय स्थापित करते हुए इस कार्य को प्राथमिकता पर सुनिश्चित कराए। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रबन्धन से जुड़े विभिन्न कार्यों के सुचारु संचालन में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए प्रत्येक जनपद में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को सुदृढ़ बनाते हुए वहां कार्यों का विकेन्द्रीकरण किया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि पूरे प्रदेश में आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या में वृद्धि की जाए। इसके लिए सरकारी एवं अधिकृत निजी प्रयोगशालाएं पूरी क्षमता से कार्य करें। जनपद स्तर पर जिला प्रशासन द्वारा अधिकृत निजी प्रयोगशालाओं के माध्यम से भी आरटीपीसीआर टेस्ट कराए जाएं। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कारगर रणनीति बनाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि आरटीपीसीआर जांच की संख्या में वृद्धि का कार्य युद्धस्तर पर किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग का कंट्रोल रूम निरन्तर कार्यशील रहते हुए आॅक्सीजन आपूर्ति, रेमडेसिविर सहित विभिन्न औषधियों की उपलब्धता पर लगातार नजर रखे। इसके लिए जनपदों से नियमित सम्पर्क बनाकर प्रभावी कार्यवाही की जाए। औषधियों की सुचारु उपलब्धता के लिए उत्पादनकर्ताओं को समय से मांग प्रेषित करते हुए निरन्तर सम्पर्क में रहा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी दशा में यह सप्लाई चेन बाधित न होने पाए। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जनपद में बेड, आॅक्सीजन, आरटीपीसीआर टेस्ट, दवाओं, मैनपावर तथा निगरानी समितियों के कार्यों की नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पीपीई किट तथा एन-95 मास्क की कोई कमी न हो। एम्बुलेंस सेवाओं को सुचारु रूप से संचालित किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि मरीज को समय पर एम्बुलेंस उपलब्ध हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि साप्ताहिक बन्दी के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यक सुविधाएं तथा आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति यथावत जारी रहेगी। पंचायत निर्वाचन के लिए पोलिंग पार्टियों की रवानगी का कार्य संचालित होता रहेगा। जिन औद्योगिक इकाइयों की साप्ताहिक बन्दी रविवार को निर्धारित है, उन्हें छोड़कर शेष इकाइयां कार्यशील रहेंगी। पब्लिक ट्रांसपोर्ट 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित होता रहेगा। वैवाहिक कार्यक्रम का आयोजन बन्द स्थान पर अधिकतम 50 व्यक्ति तथा खुले स्थान पर अधिकतम 100 व्यक्तियों की सीमा के तहत एवं कोविड प्रोटोकॉल के पूर्ण पालन के साथ अनुमन्य रहेगा। अन्तिम संस्कार में अधिकतम 20 व्यक्तियों को सम्मिलित होने की अनुमति होगी। रविवार को निर्धारित एनडीए आदि परीक्षाओं के अभ्यर्थी तथा परीक्षा आयोजन से जुड़े लोग परिचय-पत्र, प्रवेश-पत्र आदि दिखाकर जा सकेंगे।