
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम को मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कुछ मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा किए जाने की संभावना है। बता दें कि मंगलवार को प्रधानमंत्री के आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। आमतौर पर मंत्रिपरिषद की बैठक हर दो-तीन माह के अंतराल पर अहम मुद्दों पर चर्चा के लिए आयोजित की जाती है लेकिन इस बार यह जल्दी हो रही है।
आज की ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद मंत्रियों को समूह में बुलाकर उनके मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा की है। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक यह बैठकें पांच घंटे से अधिक चलीं और कई मंत्रियों ने अपने मंत्रालय की प्रजेंटेशन भी दी।
कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच हो रही इस बैठक में देश में मौजूदा हालात पर चर्चा की संभावना है। इसके अलावा मोदी कैबिनेट में नए चेहरों के शामिल होने को लेकर भी विचार-विमर्श की संभावना जताई जा रही है। वर्चुअली आयोजित होने वाले इस बैठक में कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री और स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्री शामिल होंगे।
माना जा रहा है कि 19 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र से पहले मंत्रिमंडल विस्तार कर लिया जाएगा। मानसून सत्र से पहले मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा खूब हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी की मंत्रियों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकातों और चर्चा की इस कवायद के बीच कैबिनेट विस्तार की हलचल तेज हो गई है।
राजनीतिक प्रेक्षकों और भाजपा के आंतरिक सूत्र आज की इस मंत्रिपरिषद की बैठक को अहम मान रहे हैं। इस बैठक में सड़क एवं परिवहन मंत्रालय और नागरिक उड्डयन एवं दूरसंचार मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा हो सकती है। यह बैठक कैबिनेट और राज्य स्तर के मंत्रियों की विभिन्न समूहों में उनके संबंधित मंत्रालयों के प्रदर्शन की समीक्षा के लिए हुई बैठकों के एक सप्ताह बाद होने जा रही है।