गाजियाबाद। कोरोना महामारी ने सबकुछ बदल दिया है लेकिन मानवता कहीं तो जिंदा है। जी हां हम बात कर रहे हैं हिंडन मोक्षधाम की। यहां आचार्य मनीष पंडित पूरे मनोयोग से सेवाभाव में जुटे हैं। कोरोना संक्रमित शवों का तो अंतिम संस्कार किया ही जा रहा है वहीं इस काल में अज्ञात शवों का भी विधि विधान से अंतिम संस्कार किया जा रहा है। अंतिम संस्कार भी निशुल्क किया जा रहा है। बुधवार को भी थाना लोनी के ट्रोनिका सिटी व थाना कौशांबी व सिहानी गेट से अज्ञात चार शवों को लाया गया। पोस्टमार्टम के बाद उनका अंतिम संस्कार कराया गया।
बता दें कि आज सारा विश्व कोरोना संकटकाल वैश्विक महामारी से गुजर रहा है। श्मशान घाट में शवों को अंतिम दाह संस्कार में वेटिंग लगी हुई है, ऐसे में जहां सभी परिजन अपने अपने शवों के दाह संस्कार की व्यवस्था अपनी सुविधा के अनुसार अपने नजदीक सुविधानुसार नगर निगम जोन में पड़Þने वाले श्मशान घाट पर अपने शव के संस्कार की व्यवस्था कर लेते हैं ऐसे में पुलिस विभाग द्वारा लाए गए अज्ञात शव पुलिस विभाग के लिए अंतिम दाह संस्कार आज के समय में बड़ी परेशानी होती है। गाजियाबाद हिंडन नदी पर श्मशान घाट के पास में पोस्टमार्टम हाउस भी बना हुआ है। सभी पुलिस कर्मियों को हिंडन नदी श्मशान घाट मुक्तिधाम पर अज्ञात लावारिस शवों की व्यवस्था मोक्ष धाम प्रबंधक आचार्य मनीष पंडित महाराज द्वारा निशुल्क प्रदान की जाती है, जिससे अज्ञात शव के साथ आए पुलिसकर्मियों को बड़ी राहत मिलती है। पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ शव का विधिवत अंतिम संस्कार हो जाता है।