इस्लामाबाद। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने प्रधानमंत्री इमरान खान को देश के परमाणु कार्यक्रम पर उनकी हालिया टिप्पणी के बाद देश की सुरक्षा के लिए जोखिम बताया। गुलाम कश्मीर (PoK) के कोटली इलाके में एक रैली के दौरान, बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी परमाणु क्षमता देने वाले उनके दादा जुल्फिकार भुट्टो को सुरक्षा के लिए जोखिम बताया गया था। उनकी मां, पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के साथ भी ऐसा ही हुआ। लेकिन जब आपके कठपुतली प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमें परमाणु हथियार कार्यक्रम की कोई आवश्यकता नहीं है, तो क्या वह सुरक्षा के लिए जोखिम नहीं बनते?
मालूम हो कि, परमाणु कार्यक्रम पर बयान को लेकर देश में उनकी काफी आलोचना हो रही है। परमाणु कार्यक्रम पर बयान देकर प्रधानमंत्री इमरान खान घिर गए हैं। इससे पहले पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के महासचिव ने नेशनल असेंबली में कहा कि प्रधानमंत्री को पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम पर टिप्पणी करने का अधिकार किसने दिया? उन्होंने कहा कि इमरान खान को पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को वापस लेने के लिए सत्ता में लाया गया है। यह विदेशी दानदाताओं का एजेंडा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बयान देने का उद्देश्य एक संदेश भेजना था कि पाकिस्तान अपने प्रतिरोधक क्षमता को वापस लेने के लिए तैयार है।
बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने न केवल गुलाम कश्मीर (PoK) पर समझौता कर लिया है, बल्कि पाकिस्तान की परमाणु क्षमता से भी समझौता करना चाहते हैं। आपको उन संस्थाओं को एक संदेश देना होगा, जिन्होंने आपको परमाणु क्षमता और मिसाइल तकनीक देने वाले व्यक्ति को सुरक्षा जोखिम घोषित किया है।
बिलावल भुट्टो जरदारी ने इमरान को पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए जोखिम बताया, परमाणु कार्यक्रम पर पीएम की टिप्पणी पर भी निशाना साधा। मालूम हो कि हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि के पाकिस्तान के परमाणु हथियार उसकी प्रतिरोधक क्षमता हैं। ये देश की सुरक्षा के लिए जरूरी हैं। अगर कश्मीर मुद्दा हल हो जाए तो पाकिस्तान को इन हथियारों की जरूरत नहीं होगी।