- मन को शांत रखने का प्रयास करें, पॉजिटिव सोचें
- मन में लगातार निगेटिव विचार आते हैं तो लें चिकित्सकीय परामर्श
गाजियाबाद। लंबे तक कोरोना से जूझने के बाद भी कई शारीरिक और मानसिक परेशानियों से लोगों को दो -चार होना पड़ रहा है। शारीरिक परेशानियों का बड़ा कारण शरीर में कमजोरी आना है। इसलिए डरें नहीं बल्कि हिम्मत बनाए रखें और इस परेशानी से उबरने के लिए समय से पौष्टिक भोजन लेते रहें। हल्का-फुल्का व्यायाम भी खुद को फिट रखने के लिए जरूरी है। खासकर श्वांस से जुड़े व्यायाम करें। प्राणायाम करने से मन और मस्तिष्क तो शांत होगा ही, फेफड़ों के लिए यह बड़ा लाभकारी होगा। आॅक्सीजन का संचार बढ़ाने में भी प्राणायाम से काफी मदद मिलती है। यह सब करने के बाद भी यदि चिड़चिड़ापन, उदासी, घबराहट, अनिंद्रा और निगेटिव विचार मन में आते हैं तो तनाव के कारण अवसाद में जाने की स्थिति हो सकती है। ऐसे में मनोचिकित्सक से संपर्क करें। यह बातें मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ के साइकेट्रिस्ट कंसलटेंट डा. साकेतनाथ तिवारी ने कहीं।
डा. तिवारी ने कहा कि कोविड-19 के प्रकोप ने लोगों को इतना डरा दिया है कि वह ठीक होने के बाद मानसिक बीमारियों के शिकार होने लगे हैं। दरअसल इस बार का स्ट्रेन काफी लंबा भी हो जा रहा है और इतने लंबे समय तक बीमार रहने से लोग तनाव में आ जाते हैं। संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए उपचाराधीन को काफी लंबे समय तक अकेले रहकर जीवन के लिए संघर्ष करना पड़ता है। ऐसी परेशानियों से सामना न हो, इसके लिए जरूरी है कि उपचार के दौरान यदि कोई गंभीर स्थिति न हो तो आइसोलेशन में खुद को व्यस्त रखने का प्रयास करें। कोई पुस्तक पढ़ें या संभव हो तो पंसदीदा फिल्म भी देख सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि इस दौरान शरीर को थोड़ा आराम करने की भी जरूरत होती है। हल्का-फुल्का श्वसन से जुड़ा व्यायाम भी कर सकते हैं। डा. तिवारी कहते हैं कि ठीक होने के बाद कई लोग इस बात का तनाव लेने लगते हैं कि मेरा काम खराब हो गया। ऐसा न सोचें। मन को शांत रखने का प्रयास करें। पॉजिटिव सोचें। कोरोना से जंग जीतने पर यह सोचें कि भगवान ने उन्हें इतनी मुसीबत से भी बाहर निकाल लिया। इन सब बातों के बाद भी यदि उदासी, चिड़चिड़ापन और मन में लगातार निगेटिव विचार आते हैं तो चिकित्सकीय परामर्श की जरूरत है। जिला एमएमजी अस्पताल स्थित मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ में ओपीडी फिर से शुरू हो गई है। सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को साइकेट्रिस्ट का परामर्श लिया जा सकता है।
कोरोना संक्रमण मुक्त होने के बाद खानपान पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत: डा.वीबी जिंदल
आईएमए गाजियाबाद के पूर्व अध्यक्ष डा. वीबी जिंदल का कहना है कि कोविड-19 के दौरान या फिर उसके बाद भी खानपान का बहुत ध्यान रखने की जरूरत है। रिकवरी के बाद शरीर में बहुत कमजोरी आ रही है। बेहतर खानपान के जरिए ही शरीर की कमजोरी को दूर किया जा सकता है। ओमेगा-3 फैट के लिए सुबह को खजूर, बादाम, किशमिश और अखरोट खाएं। पानी का विशेष ध्यान रखें। ठंडी और तली हुई चीजों से दूरी बनाते हुए ऐसा भोजन करें जो सुपाच्य हो। ऐसे में प्रोटीन के अलावा विटामिन-बी, सी और डी की शरीर को बहुत जरूरत रहती है।