- लोनी सीएचसी पर प्रदान किया गया पुष्टाहार
- एहतियात और नियमित उपचार के लिए किया प्रेरित
गाजियाबाद/ लोनी। कौशांबी स्थित यशोदा अस्पताल ने दो सौ क्षय रोगी और गोद लिए। सभी को लोनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पुष्टाहार वितरित किया गया। इस मौके पर सीएचसी प्रभारी डा. मनपाल ने क्षय रोगियों को नियमित रूप से दवा खाते रहने और अपने सभी परिजनों की टीबी जांच कराने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा टीबी की जांच और उपचार की सुविधा पूरी तरह से निशुल्क उपलब्ध है। फेफड़ों की टीबी एक संक्रामक रोग है जो सांस के जरिए एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए क्षय रोगी अपने परिजनों की टीबी जांच अवश्य कराएं।
डा. मनपाल ने क्षय रोगियों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें उपलब्ध कराया गया पुष्टाहार उच्च प्रोटीन युक्त है। इसके सेवन से उन्हें टीबी के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी। इसके साथ ही उपचार जारी रहने तक क्षय रोग विभाग की ओर से निक्षय पोषण योजना के तहत हर माह पांच सौ रुपए का भुगतान उनके खाते में किया जाता रहेगा। नियमित रूप से दवा लेने पर क्षय रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है। अपने आसपास किसी को दो सप्ताह से अधिक खांसी रहने, वजन कम होने, रात में सोते समय पसीना आने, थकान रहने और बुखार रहने की जानकारी मिले तो टीबी की जांच कराने के लिए प्रेरित करें। यह टीबी के लक्षण हो सकते हैं।
कार्यक्रम में यशोदा अस्पताल के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे विजय शर्मा ने बताया – उपचार जारी रहने तक गोद लिए गए सभी क्षय रोगियों को हर माह पुष्टाहार उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने बताया अस्पताल प्रबंधन अब तक 1500 से अधिक क्षय रोगियों को गोद ले चुका है। कार्यक्रम में क्षय रोग विभाग से लैब सुपरवाइजर डा. महेश कौशिक, एसटीएस गौरव और रविन्द्र कुमार के अलावा टीबीएचवी सचिन त्यागी व सौरभ मौजूद रहे।