गाजियाबाद। यशोदा अस्पताल ने रविवार को गाजिÞयाबाद में स्तन जागरूकता पदयात्रा का आयोजन किया, जिसमें 500 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया। इनमें 70 से अधिक ऐसी महिलाएं भी शामिल थीं, जो स्तन कैंसर से उबर चुकी हैं। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं में स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उन्हें स्व-परीक्षण के महत्व के बारे में शिक्षित करना है। पदयात्रा का नेतृत्व यशोदा अस्पताल की डॉ. अनुश्री वर्तक, ब्रेस्ट कैंसर सर्जन ने किया। डॉ. अनुश्री वर्तक ने कहा कि स्तन कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में सबसे आम कैंसर है, लेकिन अगर इसका जल्द पता चल जाए तो यह इलाज योग्य है। यह पदयात्रा महिलाओं को अपने स्तनों के स्वास्थ्य के बारे में सक्रिय भूमिका निभाने और संभावित लक्षणों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए प्रेरित करने के लिए आयोजित की गई है। पदयात्रा के दौरान, महिलाओं को स्तन कैंसर के लक्षणों, जोखिम कारकों और स्व-परीक्षण तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें स्तन कैंसर की जांच के महत्व के बारे में भी जागरूक किया गया।
एक ब्रेस्ट कैंसर वॉरियर ने कहा कि यह पदयात्रा उन महिलाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा है जो स्तन कैंसर से जूझ रही हैं या इसका इलाज करा रही हैं। यह दर्शाता है कि हम इस लड़ाई में अकेले नहीं हैं और हम साथ मिलकर इस बीमारी को हरा सकते हैं।
यशोदा सुपर स्पेशियल्टी अस्पताल एवम कैंसर इंस्टीट्यूट संजय नगर गाजियाबाद के ग्रुप डायरेक्टर डॉ. रजत अरोड़ा ने कहा कि यशोदा कैंसर इंस्टीट्यूट स्तन कैंसर के इलाज में अग्रणी है और अपने समर्पित ब्रेस्ट केयर सेंटर में व्यापक देखभाल प्रदान करता है। अस्पताल नियमित स्तन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता है और महिलाओं को स्तन स्वास्थ्य के बारे में शिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है।