नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण व ओमिक्रान को लेकर केन्द्र एवं राज्य सरकार नई-नई पाबंदियां लगा रही हैं लेकिन लोग है कि मानने को तैयार नहीं हैं और सतर्कता नहीं बरत रहे हैं। एक दिन में एक लाख से अधिक मामले सामने आने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन भी सकते में है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का सीधा कहना है कि ओमिक्रान बेहद खतरनाक है और लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं और मौत का शिकार भी हो रहे हैं।
ओमिक्रॉन वैरिएंट ने दुनिया भर में कोरोना की सुनामी ला दी है। इसकी वजह से दुनिया भर के हेल्थ सिस्टम पर पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ टेड्रोस गेब्रेयेसस ने गत दिवस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ओमिक्रॉन की वजह से दुनिया भर में लोगों की जान जा रही है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ओमिक्रॉन कोरोना के दूसरे वैरिएंट के मुकाबले कम घातक है। टेड्रोस ने कहा है कि ओमिक्रॉन दुनियाभर में लोगों की जान ले रहा है। वैक्सीनेटेड लोगों के लिए ओमिक्रॉन डेल्टा के मुकाबले कम खतरनाक साबित हो रहा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इसे हल्के में लेना चाहिए। पिछले वैरिएंट की तरह ही ओमिक्रॉन लोगों को अस्पताल में भर्ती कर रहा है और मार रहा है।