गाजियाबाद। मोहननगर स्थित आईटीएस बीबीए एवं बीसीए पाठ्यक्रम के छात्रों के लिए साइबर क्राइम विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन गाजियाबाद साइबर सेल के नोडल अधिकारी अभय मिश्रा, उत्तर प्रदेश पुलिस के साइबर सुरक्षा सलाहकार राहुल मिश्रा, आईटीएस यूजी कैंपस – आईटी के निदेशक डॉ. सुनील पांडेय, स्नातक परिसर की उपप्राचार्य प्रोफेसर नैंसी शर्मा ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। इस कार्यशाला का आयोजन संयुक्त रूप से यूपी पुलिस, एकेटीयू लखनऊ एवं इनोवेटिव आइडियाज द्वारा किया गया।
अपने स्वागत सम्बोधन में अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रो. डा. सुनील कुमार पांडेय ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते डिजिटल युग में साइबर क्राइम की बढ़ते हुई घटनाओं पर चर्चा करते हुए विस्तार से प्रकाश डाला।
आईटीएस ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने सभी अतिथियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस डिजिटल युग में सभी को बहुत सावधानी से तकनीक का प्रयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह सत्र सभी को अपने आपको सुरक्षित रखने की प्रक्रिया में बहुत उपयोगी होगा।
अपने स्वागत सम्बोधन में प्रो. नैंसी शर्मा ने छात्रों को साइबर चुनौतियों पर उल्लेख करते हुए कहा कि हमें इस काल में बहुत सावधानी के साथ तकनीक एवं अनुप्रयोगों का उपयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने छात्रों को सत्र में अपने से सम्बंधित प्रश्नों के समुचित उत्तर प्राप्त करने का सही अवसर है।
मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए गाजियाबाद के साइबर सेल के नोडल अधिकारी अभय मिश्रा ने बढ़ रहे साइबर अपराधों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान में जैसे जैसे डिजिटल तकनीक का प्रयोग बढ़ रहा है, विभिन्न प्रकार के अपराध एवं घटनाएं प्रकाश में आ रही हैं। उन्होंने अपने सम्बोधन में नए अनुप्रयोगों को इनस्टॉल करने से पहले भलीभांति जाँच करने की बात की। उन्होंने अपने सम्बोधन में किसी साइबर अटैक की घटना होने पर किस प्रकार से सूचित करते हुए वैधानिक प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की।
विशिष्ट अतिथि के रूप में अपने सम्बोधन में उत्तर प्रदेश पुलिस के साइबर सिक्योरिटी ने साइबर अपराधों पर विस्तार से चर्चा करते हुए विभिन्न प्रकार की वास्तविक घनाओं पर चर्चा की। उन्होंने विभिन्न प्रकार के अपराधों जैसे सोशल मीडिया, फंड ट्रांसफर आदि के जीवंत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए छात्रों को सतर्क, सावधान एवं कैसे सुरक्षित रहा जा सकता है पर चर्चा की। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्तमान समय में हम अपने आपको डिजिटल टैक्नोलॉजी से अलग नहीं कर सकते क्योंकि यह छात्रों के लिए स्वर्णिम अवसर प्रदान करता है जहां बहुत बड़ी संभावनाएं सृजित हो रही हैं। इन परिस्तिथियों में अपने आपको जागरूक रखना एवं सुरक्षित तरीके से उपयोग करना ही एक मात्र समाधान है। उन्होंने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
सत्र का संचालन बीसीए पाठ्यक्रम के चेयरपर्सन डॉ. विदुषी सिंह ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र एवं संस्था के संकाय सदस्य उपस्थित रहे।