लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष यहां उनके सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारत सरकार की संस्था इन्वेस्ट इंडिया द्वारा उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाए जाने के सम्बन्ध में कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण किया गया। मुख्यमंत्री ने प्रस्तुतीकरण के उपरान्त कहा कि राज्य सरकार द्वारा इन्वेस्ट इंडिया के साथ समन्वय बनाते हुए उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को तेजी से आगे बढ़ाने की दिशा में प्रभावी प्रयास सुनिश्चित किए जाएंगे। इस सम्बन्ध में राज्य सरकार द्वारा कार्ययोजना बनायी गई है। राज्य सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन्वेस्ट इंडिया की कार्ययोजना के साथ समन्वय बनाते हुए कार्यवाही करें।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पूंजी निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में उभरा है। वर्तमान सरकार के पिछले साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं। इनका लाभ निवेशकों को आकर्षित करने और पूंजी निवेश लाए जाने में निश्चित रूप से मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूंजी निवेश और एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लिए अल्प व दीर्घकालिक योजनाएं बनायी जाएं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस कार्य में इन्वेस्ट इंडिया के प्रयासों व सहयोग से मदद मिलेगी। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि इन्वेस्ट इंडिया उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाए जाने के उद्देश्य से कार्य कर रही है। इस संस्था ने विभिन्न सेक्टर्स के लिए कार्ययोजनाएं बनायी हैं। उत्तर प्रदेश ईज आॅफ डुइंग बिजनेस की रैंकिंग में देश में दूसरे स्थान पर है। जीएसडीपी के आधार पर उत्तर प्रदेश, देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। एक जनपद, एक उत्पाद योजना सहित कौशल विकास मिशन एवं किसानों की आय में वृद्धि के लिए योजनाएं संचालित हैं। इनका लाभ उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाए जाने में मिल रहा है। इन्वेस्ट इंडिया के सीईओ दीपक बागला ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि इन्वेस्ट इंडिया भारत सरकार द्वारा सृजित नॉट फॉर प्रॉफिट आॅर्गेनाइजेशन है। इसके द्वारा निवेश प्रोत्साहन की दिशा में कार्य किया जा रहा है, जिसमें भारत सरकार, उत्तर प्रदेश/राज्य सरकारों सहित सीआईआई, फिक्की और नैसकॉम जैसी संस्थाओं की शेयर होल्डिंग है। उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाए जाने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बना ली गई है। इन्वेस्ट इंडिया द्वारा उत्तर प्रदेश में 37 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स तथा 37 सेक्टरों पर कार्य किया जा रहा है। इनसे बड़ी संख्या में रोजगार सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि इन्वेस्ट इंडिया का 118 देशों के साथ ग्लोबल कनेक्ट है। इन्वेस्ट इंडिया उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाए जाने के लिए हर सम्भव सहयोग कर रही है।
दीपक बागला ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्गदर्शन में राज्य तेजी से आगे बढ़ा है। विगत साढ़े चार वर्षों में डिफेंस, आईटी तथा इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है। ओडीओपी जैसी योजनाएं सफलता के नए मापदण्ड हैं। उत्तर प्रदेश को यहां की अवस्थापना सुविधाओं के आधार पर एक्सपोर्ट हब, आईटी हब, इनोवेशन एंड 3 डी प्रिंटिंग हब, मैन्युफैक्चरिंग हब, एमएसएमई हब, स्टार्ट-अप हब, टूरिज्म हब, एग्रीकल्चर एंड फूड प्रोसेसिंग हब, डेयरी एंड एनीमल हस्बैण्ड्री हब, स्पोर्ट्स हब, लॉजिस्टिक्स हब, आयुष (वेलनेस) हब के रूप में विकसित करने की असीम सम्भावनाएं हैं। यह प्रदेश हेल्थ एंड मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर, ई-गवर्नेन्स, अर्बन डेवलपमेण्ट, वॉटर एंड सैनिटेशन, साइंस एंड टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी है। इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, प्रदेश के आर्थिक सलाहकार केवी राजू, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त सजीव कुमार मित्तल, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव नियोजन सुरेश चन्द्रा, अपर मुख्य सचिव वित्त एस. राधा चौहान, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार आदि मौजूद रहे।