गाजियाबाद। संचारी रोग नियंत्रण अभियान में स्वास्थ्य विभाग फील्ड में तैनात कर्मचारियों से मिलने वाले सुझावों को भी कार्ययोजना में शामिल करेगा। जिला सर्विलांस अधिकारी (डीएसओ) डा. आरके गुप्ता ने बताया मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर के निर्देशन में डेंगू नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे अभियान के फलस्वरूप डेंगू का फैलाव क्लस्टर के रूप में नहीं हो पाया। जनपद में जहां भी डेंगू के मरीज की पुष्टि हुई, सीएमओ के निर्देश पर वहां युद्धस्तर पर जांच और आईसोलेशन की प्रक्रिया शुरू कराए जाने के फलस्वरूप ही ऐसा संभव हो पाया है। अब विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की कार्ययोजना में विभाग के फील्ड कर्मचारियों के सुझाव शामिल करते हुए 18 अक्टूबर से शुरू होने वाले एक माह के अभियान को सफल बनाने की तैयारी है। बता दें कि इस विशेष अभियान में शासन के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग के अलावा शिक्षा, नगर विकास, ग्राम्य विकास, पंचायती राज और स्थानीय निकाय भी शामिल रहेंगे।
जिला सर्विलांस अधिकारी डा. गुप्ता ने बताया संचारी रोग नियंत्रण के लिए साफ-सफाई सबसे पहली जरूरत होती है। इसके लिए शासन से सभी संबंधित विभागों को गाइडलाइन भी जारी की गई है। गाइडलाइन के मुताबिक तो अभियान को अंजाम दिया ही जाएगा, इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के फील्ड कर्मचारियों से भी संबंधित क्षेत्रों के बारे में सुझाव लिए जाएंगे। उनसे पूछा जाएगा कि संबंधित क्षेत्र में संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए क्या किया जाना चाहिए? इन सुझावों को कार्ययोजना में शामिल करने का प्रयास किया जाएगा। यदि दूसरे किसी विभाग से संबंधित सुझाव होंगे तो अंतर्विभागीय बैठक में उन पर भी चर्चा की जाएगी। डीएसओ ने बताया जिले में संचारी रोगों की स्थिति पूरी तरह काबू में है। लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं और लोगों को सचेत किया जा रहा है कि मच्छरों से अपना बचाव करने के लिए घर के आसपास जलजमाव न होने दें। बच्चों को पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनाएं और रात में सोने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।