नई दिल्लीl विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का अनुमान है कि विश्व स्तर पर हर साल 10 करोड़ से अधिक लोग हेपेटाइटिस ए से संक्रमित होते हैं। हालांकि इस लिवर के संक्रमण को आम तौर पर बच्चों में आम माना जाता है, यह कुछ मामलों में गंभीर भी हो सकता है। बड़े बच्चों और वयस्कों में, इस संक्रमण से आमतौर पर ज़्यादा गंभीर लक्षण दिखते हैं। इन लक्षणों में से एक है पीलिया जो 70 प्रतिशत से ज़्यादा मामलों में होता है।
अगर आप हेपेटाइटिस ए वायरस से दूषित खाना खाते हैं या पानी पीते हैं तो आप संक्रमित हो जाते हैं। यह इंसानों में एक दूसरे से फ़ैलता है। यह संक्रमण ज़्यादातर मुंह से फ़ैलता है या फिर यह तब फ़ैलता है, जब कोई दूषित पानी या दूध पीता है या दूषित खाना खाता है, जिन्हें सफ़ाई का ध्यान रखकर तैयार नहीं किया गया हो।
आपको हेपेटाइटिस ए होने का खतरा बढ़ जाता है अगर आप गलती से हेपेटाइटिस ए से दूषित खाना खा लेते हैं। यह आपको तब भी हो सकता है, अगर आपने एक संक्रमित बच्चे का डायपर बदला और अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ़ नहीं किया। अगर आप किसी रेस्तरां में खाने-पीने की चीज़ें शेयर करते हैं या एक दरवाजे की घुंडी या सतह को छूते हैं, जिसमें संक्रमित व्यक्ति के मल का कुछ कण लगा हो, तब भी आप आसानी से संक्रमित हो सकते हैं।
हेपेटाइटिस ए, एक तरीके का लिवर का संक्रमण है, जो हेपेटाइटिस ए वायरस के कारण होता है। इसमें व्यक्ति हल्का-फुल्का बीमार या गंभीर बीमार हो सकता है और यह कुछ हफ्तों से महीनों तक भी चल सकता है।
हेपेटाइटिस ए संक्रमण ज़्यादा दिनों तक रहने वाला संक्रमण नहीं होता, हालांकि यह गंभीर हो सकता है। अगर इसपर समय रहते ध्यान नहीं दिया जाता है, तो कुछ मामलों में इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जैसे लिवर काम करना बंद कर देना और कुछ मामलों में तो मौत भी हो सकती है। हेपेटाइटिस ए का प्रकोप दुनिया भर में होता है, पर ज़्यादातर उन जगहों पर होता है, जहां साफ़ सफ़ाई का ख़ास ध्यान नहीं रखा जाता है। यही कारण है कि वे बच्चे, जो साफ़ सुथरी जगह पर रहने के कारण इस वायरस के संपर्क में नहीं हैं, वह बचपन में तो हेपेटाइटिस ए के संक्रमण से बच सकते हैं, पर इनमें किशोरावस्था और वयस्क होने पर गंभीर संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाता है।
ज़रूरी नहीं है कि हर संक्रमित इंसान में कोई न कोई लक्षण दिखे। अगर लक्षण विकसित होते हैं तो आमतौर पर संक्रमण के 2 से 6 हफ़्ते के भीतर दिखाई देने लगते हैं। यह लक्षण हैं:
● बुखार
● उल्टी
● स्लेटी रंग का मल
● थकान
● पेट दर्द
● जोड़ों में दर्द
● भूख कम लगना
● मतली
● पीलिया
याद रखें, ज़रूरी नहीं है कि हर संक्रमित व्यक्ति में यह लक्षण दिखें। कुछ मामलों में, लक्षण 6 महीने से 9 महीने तक भी दिख सकते हैं।
क्या हेपेटाइटिस ए को रोका जा सकता है?
हां, हेपेटाइटिस ए संक्रमण को रोका जा सकता है। अपने आप को बचाने के लिए सबसे आसान तरीके हैं:
- साफ पानी पीएं और खाना अच्छी तरह से पकाएं। कच्चे मांस और घोंघा से बचें। फलों और सब्जियों को साफ पानी से धोएं।
- शौचालय का इस्तेमाल करने के बाद अपने हाथों को साबुन और पानी से ज़रूर धोएं। इतना ही नहीं, बच्चे की लंगोट बदलने के बाद और खाना बनाने और खाने से पहले साबुन से हाथ धोएं।
- अपने घर में और उसके आसपास सफ़ाई रखें।
- टीकाकरण, हेपेटाइटिस ए से आपके बच्चे को बचाता है।
हेपेटाइटिस ए के लिए उपचार?
हेपेटाइटिस ए के लिए कोई विशेष उपचार नहीं है, इसलिए कुछ सुरक्षा के उपाय करने से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है। टीकाकरण करवाने से आप हेपेटाइटिस ए के खतरे से बच सकते हैं।
हेपेटाइटिस ए टीका कब दिया जा सकता है?
एक साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों को हेपेटाइटिस ए का टीका लगाया जा सकता है। यही कारण है कि WHO और Indian Academy of Pediatrics जैसे वैश्विक और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण यह सलाह देते हैं कि यह टीका उन सभी बच्चों को पड़ना चाहिए, जो तय उम्र सीमा के अंदर आते हैं। हेपेटाइटिस ए और बच्चे के लिए टीकाकरण के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने बाल रोग विशेषज्ञ से ज़रूर संपर्क करें।