- आईएमआई-4.0 की सीएमओ ने डासना सीएचसी पर की अभियान की शुरूआत
- गर्भवती को लगेगा टीडी का टीका, 14 तक चलेगा विशेष अभियान
गाजियाबाद। सात बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों में सुरक्षा चक्र विकसित करने के लिए सोमवार को सघन मिशन इंद्रधनुष – 4.0 (आईएमआई-4.0) का आगाज हो गया। नियमित टीकाकरण से किन्ही कारणों से छूटे बच्चों के लिए यह विशेष अभियान 14 मार्च तक चलेगा। बीच में केवल 10 मार्च को विधानसभा चुनाव की मतगणना के चलते अभियान स्थगित रहेगा। अभियान का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर फीता काटकर किया। इस मौके पर सीएमओ ने एक बच्चे का टीकाकरण कराकर स्वास्थ्य कर्मियों का उत्साहवर्धन भी किया। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. नीरज अग्रवाल, एमओआईसी डासना डा. भारत भूषण और यूनीसेफ से डीएमसी मोहम्मद शादाब मौजूद रहे।
सीएमओ ने बताया- 2017 से सघन मिशन इंद्रधनुष शुरू किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को सात बीमारियों से बचाने के लिए निशुल्क टीकाकरण कराया जाता है। सामान्य तौर पर हर बुधवार और शनिवार को आरआई यानि रेगुलर इम्यूनाइजेशन किया जाता है, लेकिन कोविड काल में तमाम नियमित गतिविधियां बाधित हो गई थीं। इसके अलावा भी किन्हीं कारणों से कुछ बच्चे टीकाकरण से वंचित रह जाते हैं या फिर टीकाकरण बीच में छूट जाता है। इन छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण करने के लिए ही सरकार की ओर से मिशन इंद्रधनुष के नाम से विशेष अभियान चलाकर प्रतिरक्षित किया जाता है, ताकि एक भी बच्चा टीकाकरण के सुरक्षा चक्र से वंचित न रहने पाए। सोमवार को शुरू हुआ मिशन इंद्रधनुष चौथा विशेष अभियान है, इसलिए अभियान को मिशन इंद्रधनुष-4.0 नाम दिया गया है।
उन्होंने बताया तीन चरणों में चलने वाले इस अभियान का पहला चरण 14 मार्च तक चलेगा। जनपद में 54 चिकित्सा इकाइयों पर 6016 शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके अलावा 1919 गर्भवती टीडी (टिटनेस-डिप्थीरिया) का टीका लगाकर प्रतिरक्षित की जाएंगी।
यह टीके लगाए जा रहे हैं
सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान में शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटाविन.ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी, पीसीवी के टीके लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा अभियान में गर्भवती महिलाओं को टीडी (टिटनेस डिप्थीरिया) का टीका जा रहे हैं।