नई दिल्ली, हिंट समाचार। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। उत्तराखंड में मौसम के तेवर तल्ख बने हुए हैं। एहतियातन आसपास की आबादी को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया। देवप्रयाग में भी यही स्थिति है। अलकनंदा और मंदाकिनी में भी जल स्तर बढ़ने से नदी तट और आसपास के इलाकों में अलर्ट किया गया है। गंगोत्री, बदरीनाथ, केदारनाथ मार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन की वजह से बाधित हो गया है। वहीं, आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। पानी लोगों के घरों तक पहुंच रहा है। पुलिस-प्रशासन इसपर लगातार नजर बनाए हुए है और घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटे हैं।
मौसम विभाग ने आज रविवार को भी प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गंगा की सहायक नदियां पिंडर और अलकनंदा में अत्यधिक पानी आने की सूचना केंद्रीय जल आयोग को मिली है। लक्ष्मण झूला और मुनिकीरेती सहित रायवाला तक प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। पर्वतीय क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से गंगा की सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। जिससे गंगा भी उफान पर है। ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा के नजदीक पहुंच गया है। प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए गंगा के तटीय क्षेत्र को खाली करा दिया है।
पर्वतीय क्षेत्र में भारी वर्षा को देखते हुए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया था। गंगा की सहायक नदियों का जल स्तर बढ़ने से इसका असर गंगा के जलस्तर पर सीधा देखा गया है। शुक्रवार की शाम से हीं ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ था। केंद्रीय जल आयोग ने देर रात तक गंगा का जलस्तर और अधिक बढ़ने की चेतावनी जारी की है। जिसके बाद शासन और प्रशासन हरकत में आ गया। त्रिवेणी घाट में करीब 300 बेसहारा लोग रहते हैं। घाट पर रहने वाले सभी बेसहारा व्यक्तियों को यहां से हटा दिया गया है। समीप धर्मशाला में इनके लिए कमरे खुलवाए गए हैं। आपदा प्रबंधन दल और जल पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है। दोनों ही दल के जवान गंगा तट पर घूम कर यहां रहने वाले नागरिकों को सावधान कर रहे हैं।
मानसून को देखते हुए जहां जहां भी बाढ़ नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं उन सभी को सक्रिय कर दिया गया है। तहसील क्षेत्र के सभी थाना प्रभारी और राजस्व अधिकारियों को हालात पर नजर रखने के लिए कहा गया है। हरिद्वार में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। गंगा खतरे के निशान 294 मीटर से ऊपर 294.40 मीटर पर बह रही है। पानी के बहाव में भारी मात्रा में सिल्ट आने के कारण गंगनहर को बंद कर दिया गया है।
ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय कई जगह बंद
ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कंचन गंगा, रडांग बैंड, लामबगड़, हाथी पर्वत पर काली मंदिर, पागल नाला के पास बंद है। कौड़िया और क्षेत्रपाल में पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं। कुमाऊं क्षेत्र को जोड़ने वाला हाईवे कर्णप्रयाग-थराली मोटर मार्ग भी कई जगह बंद है। कर्णप्रयाग-ग्वालदम सड़क पर नलगांव और आमसौड़ा के मध्य सड़क बाधित होने से वाहनों में लोग फंसे हैं।