लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ब्रज क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यहां के भौतिक विकास के साथ आध्यात्मिक व सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण बनाए रखा जाएगा। ब्रज क्षेत्र पुरातन परम्परा और काया को बनाए रखते हुए नए कलेवर के साथ विकास की ओर अग्रसर है। ब्रज तीर्थ विकास परिषद ब्रज क्षेत्र को प्रगति और विकास की ओर ले जाने में पूरा योगदान दे रहा है। मुख्यमंत्री मथुरा में श्रीकृष्णोत्सव-2021 कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए बहुत पवित्र है। आज ही के दिन योगामाया का प्रकटीकरण हुआ था। भगवान श्रीकृष्ण ने इस धराधाम पर धर्म की स्थापना के लिए 5 हजार वर्ष पूर्व, अवतार लेकर हम सभी को कृतार्थ किया था। उन्होंने कहा कि सभी ब्रजवासी धन्य है, जिन्हें यहां पर जन्म लेने और सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। 5 हजार वर्ष पूर्व से ब्रजवासी इस भूमि के कण-कण में वृन्दावन बिहारी लाल की लीलाओं के साक्षात दर्शन करते हैं। यह सौभाग्य केवल ब्रजवासियों को ही प्राप्त है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आध्यात्मिक धरोहरों को सुरक्षित रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चार वर्ष पूर्व, ब्रज क्षेत्र के विकास के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया। पूज्य सन्तों के सान्निध्य से ब्रज क्षेत्र को विकसित स्वरूप देने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2017 में मथुरा-वृन्दावन को नगर निगम बनाया गया था। यहां के 7 पवित्र स्थलों को तीर्थ स्थल घोषित किया गया था। यहां के विकास के लिए 4 वर्षोंं में अच्छा प्रयास हुआ है और भी अच्छा प्रयास किया जाएगा। मथुरा हमारी सप्तपुरियों में से एक है। इसके दृष्टिगत मथुरा के विकास कार्य को योजना के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा ब्रज क्षेत्र के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परिवेश के दृष्टिगत भौतिक व तकनीकी रूप से परिपूर्ण कर विकसित किया जा रहा है। इस वर्ष कोरोना महामारी की दूसरी लहर से पूर्व, वृन्दावन में भव्य वैष्णव कुम्भ का आयोजन किया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को एक नई दिशा प्रदान की है, जिसमें सैकड़ों वर्षों से विस्मृत भवन आस्था के केन्द्र के नए रूप में सामने आ रहे हैं। प्रधानमंत्री के कर-कमलों से जनपद अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मन्दिर का निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है, जिसका कार्यारम्भ हो चुका है। आजादी के बाद पहली बार राष्ट्रपति के रूप में राम नाथ कोविंद एवं प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने रामलला के दर्शन किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत डेढ़ वर्षों से पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। कोरोना महामारी तथा अन्य कारणों से वे विगत वर्षों में ब्रज तीर्थ विकास परिषद के कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो पा रहे थे। प्रदेश सरकार के प्रयासों से राज्य में अब कोविड-19 पूरी नियंत्रण में है। लेकिन सावधानी अभी भी बरतनी जरुरी है। उन्होंने वृन्दावन बिहारी लाल से प्रार्थना की कि जिस प्रकार उन्होंने यहां अनेक राक्षसों का अन्त किया, उसी प्रकार कोरोना नामक राक्षस का अन्त भी करने की कृपा करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए अनेक बेहतरीन प्रबन्ध करने के प्रयास किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह धरती भगवान श्रीकृष्ण की लीला की धरती है। भगवान श्रीकृष्ण ने दृश्य व अदृश्य शत्रु से मुकाबला कर उसे समाप्त करने की राह दिखायी थी। आज अदृश्य शत्रु के रूप में कोरोना महामारी आयी है। इससे बचने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मुकाबला किया जा रहा है। हम सभी को कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना होगा।
दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि आज भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का पर्व है। जो व्यक्ति महान कार्य करता है, वह सदियों तक याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि सतयुग में महाराजा हरिश्चन्द्र, त्रेता युग में भगवान श्रीराम, द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने अनेक महान कार्य किये थे, जिससे उनकी ख्याति युगों-युगों तक फैली हुई है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह् भेंट किया। कार्यक्रम के उपरान्त, मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थान मन्दिर पहुंचकर दर्शन-पूजन किया। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन सहित अन्य जनप्रतिनिधि, ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकान्त मिश्र, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा साधु-सन्त उपस्थित थे।