गाजियाबाद। मुरादनगर स्थित आईटीएस डेंटल कॉलेज के पेरियोडॉन्टोलॉजी, पीडिएट्रिक एंड प्रिवेंटिव डेन्टिस्ट्री एवं आर्थोडॉन्टिक्स विभागों के द्वारा दो दिवसीय बीडीएस इंटर्न्स के लिय क्लीनिकल एकेडमिक एनहेन्समेंट कोर्स का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 100 इंटर्न्स ने भाग लिया जिसमें छात्रों को तीन समूह में विभाजित किया गया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान पेरियोडॉन्टोलॉजी विभाग की फैकल्टी द्वारा मैगनिफिकेशन एंड लेजर इन डे-टू-डे पेरियोडॉन्टोलॉजी विषय पर विभिन्न व्याख्यान एवं हैंड्स-आॅन प्रस्तुत किये गये जिसमें उन्होंने सभी छात्रों को डेन्टल लूप्स पर जोर देने के साथ आवर्धन के सिद्धांतों, विभिन्न टांके लगाने की तकनीकों पर हैंड्स-आॅन का लाइव डेमोंस्ट्रेशन, लेजर टिश्यू इंटरैक्शन और लेजरों के अनुप्रयोग के मूल सिद्धांतों से परिचित कराने के साथ-साथ डेन्टल लूप्स लगाकर मरीजों पर उपयोग करने के साथ छात्रों के क्लीनिकल ज्ञान और कौशल को बढ़ाने पर ध्यान दिया गया।
पीडिएट्रिक एंड प्रिवेंटिव डेन्टिस्ट्री विभाग की फैकल्टी द्वारा भी पीडिएट्रिक डेन्टिस्ट्री प्रोफिशिएंसी ट्रेनिंग आन पल्पेक्टोमी विषयों पर व्याख्यान प्रस्तुत किये गये जिसमें उन्होंने सभी छात्रों को एक विशेष पल्पेक्टोमी प्रक्रिया में शामिल सभी चरणों पर विस्तृत व्याख्यान, डेमोंस्ट्रेशन एवं हैंड्स-आन ट्रेनिंग के बारे में बताया। इसके साथ ही फैकल्टी ने छात्रों को केस चयन, पल्पेक्टोमी के लिये लोकल एनेस्थीसिया तकनीक, रबर डैम प्लेसमेंट और एक्सेस ओपनिंग पर गहन ज्ञान दिया गया तथा उन्हें बायोमैकेनिकल तैयारी, आबट्रेशन और पोस्ट एंडो रेस्टोरेशन के संबंध में विस्तृत जानकारी भी दी गयी। इसके साथ ही छात्रों के लिये संपूर्ण पल्पेक्टोमी प्रक्रिया पर क्लीनिकल लाइव डेमोंस्ट्रेशन और हैंड्स-आॅन सत्र भी आयोजित किये गये।
आर्थोडॉन्टिक्स विभाग की फैकल्टी ने भी सभी छात्रों के लिये डायग्नोसिस एंड ट्रीटमेंट प्लानिंग इन एन आर्थोडॉन्टिक पेशेंट विषय पर विभिन्न व्याख्यान प्रस्तुत किये गये। जिसमें उन्होंने कार्यक्रम के दौरान छात्रों को आर्थोडॉन्टिक्स के क्षेत्र में क्लीनिकल निदान और उपचार योजना के संदर्भ में समझाया। इसके साथ ही छात्रों को दंत उपचार के मामलों के निदान में महत्वपूर्ण बिंदुओं के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए लाइव डेमोंस्ट्रेशन दिया गया और वनसेफ मोबाइल एप्लीकेशन, अध्ययन मॉडल विश्लेषण एवं व्याख्या के साथ-साथ कुशल रिकॉर्ड कीपिंग तथा मार्केटिंग के लिये डीएसएलआर कैमरों का उपयोग करके डिजिटल क्लीनिकल फोटोग्राफी का प्रदर्शन करते हुए छात्रों द्वारा डिजिटल सेफलोमेट्री पर हैंड्स-आॅन अभ्यास किया गया। इसके साथ ही फैकल्टी ने छात्रों को मौजूदा आर्थो दंत उपचार विधियों को ध्यान में रखते हुए क्लीनिकल युक्तियों के साथ नवीन उपचार योजना पर चर्चा की जिसके उपयोग से सभी छात्र अपने आॅथोर्डोंटिक रोगियों को बेहतर उपचार प्रदान कर सकते हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी छात्रों को क्लीनिक एवं एकेडमिक के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ ज्ञान प्राप्त हुआ जिसके लिये सभी ने आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आरपी चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।