- मन और आत्मा का विश्वास है संस्कृति
- प्रतियोगिता विश्वास का आधार है
गाजियाबाद। सांस्कृतिक गतिविधियों का दो दिवसीय मेला गोयंकन ग्रैंडियोर जीडी गोयनका राजनगर एक्सटेंशन में आयोजित किया गया। प्रतियोगिता का आगाज प्रधानाचार्या नेहा शर्मा द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। उन्होंने निर्णायक मंडल का स्वागत करते हुए सभी प्रतियोगियों को शुभकामनाएं प्रदान की। इस समारोह में प्रतिभागियों को आॅनलाइन और आॅफलाइन दोनों मंच प्रदान किए गए जिससे सभी देश और विदेश के छात्र इसमें भाग ले सकें। मंच पर सभी छात्रों के साथ-साथ अभिभावकों और शिक्षकों को भी अपनी कला दिखाने का अवसर प्रदान किया गया।
पहले दिन अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। जिनमें स्तुति, टॉय थॉन, खुला आसमान, कहानी मंच पैराफरनेलिया आदि आदि । जहां एक ओर दोहों के माध्यम से भारतीय संस्कृति का दर्शन प्रस्तुत किया गया वहीं दूसरी ओर खिलौनों के माध्यम से गणित की गुत्थियों को सुलझाया गया। खुला आसमान, चित्रकला प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपनी कल्पना को रंगों के माध्यम से दर्शाया। कहानी मंच में अभिभावकों ने अपने अनुभवों के आधार पर आकर्षक प्रस्तुति दी। कहानी के माध्यम से नैतिक शिक्षा का पाठ भी पढ़ाया गया। पठन-पाठन के कौशलों के साथ-साथ शिक्षण कौशलों को दर्शाते हुए शिक्षकों ने अभूतपूर्व प्रस्तुति दी।
इसी श्रृंखला में दूसरे दिन 29 अक्टूबर को एक नया रूप देखने को मिला। सभी प्रतिभागी सफलता की कसौटी पर खरा उतरने के लिए अपना शत प्रतिशत देने के लिए उद्धत थे। छात्रों ने बेस्ट आउट आॅफ वेस्ट में अनुपयोगी वस्तुओं से आकर्षक परिधान बनाकर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। नृत्य व संगीत से उस समय सारा समां झंकृत हो गया जब छात्रों ने एकल गीत व नृत्य से सभी को रोमांचित कर दिया। फोटोग्राफी और शो रील के माध्यम से सभी ने अपने हुनर स्थाई रूप से सभी के हृदय में अंकित कर दिए ।
अंत में विद्यालय के प्रबंधक संजय गोयल ने सभी की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी। तत्पश्चात कार्यक्रम की संयोजिका विभा शर्मा ने सभी प्रतिभागियों और निर्णायक मंडल का आभार व्यक्त किया। अंत में प्रधानाचार्या नेहा शर्मा ने सभी कलाओं का हवाला देते हुए उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की। छात्रों के चहुंमुखी विकास को अहम बताते हुए सभी कलाओं की जीवन में आवश्यकता पर बल दिया । सभी की सराहना के साथ ही उन्होंने कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।