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उत्तर प्रदेश में आज 4 लाख किमी. का है नेशनल हाईवे का नेटवर्क: योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश विगत 8 वर्षों से सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश अब बीमारू राज्य नहीं, बल्कि आज देश की नम्बर 2 की अर्थव्यवस्था है और अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री की विकसित भारत व आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में उत्तर प्रदेश देश का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है।
मुख्यमंत्री यहां फेडरेशन आफ इण्डियन चैम्बर्स आफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (फिक्की) की राष्ट्रीय कार्यकारणी समिति की बैठक में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रत्येक सेक्टर में सम्भावनाएं हैं। उत्तर प्रदेश सामर्थ्य से भरा हुआ राज्य है। भारत की आबादी का सर्वाधिक बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है, जो देश के सर्वाधिक उपभोक्ता व श्रम बाजार वाला राज्य भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछली सरकारों के समय के इन्सेंटिव उद्यमियों को प्रदान किये हैं। राज्य सरकार ने वर्ष 2017 से वर्ष 2023 के मध्य हुए औद्योगिक निवेशों के इन्सेंटिव निवेशकों तथा उद्यमियों को प्रदान किये हैं। इससे अधिक अकेले वर्ष 2024 में प्रदेश सरकार ने 4 हजार करोड़ रुपये का इन्सेंटिव निवेशकों तथा उद्यमियों को प्रदान किया है। यह कार्य लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है। सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ अपने वायदों को पूरा करने के लिए कार्य कर रही है। जबकि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 से पूर्व माफियाओं व अपराधियों के कारण कोई निवेश नहीं करना चाहता था। निवेशकों को उनका इन्सेंटिव नहीं मिल पाता था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार इस समय एक्सप्रेस-वे, हाईवे पर 30,000 एकड़ का लैण्डबैंक तैयार कर रही है। इसमें से 4,000 एकड़ भूमि का आवंटन किया जा चुका है। बुन्देलखण्ड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) का गठन करते हुए कानपुर व झांसी के मध्य लगभग 60 हजार एकड़ क्षेत्रफल में एक नया औद्योगिक शहर विकसित किया जा रहा है। इस नये औद्योगिक शहर को बेहतरीन कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी। एयरपोर्ट की सुविधा भी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व अकर्मण्यता, भ्रष्टाचार जैसे विभिन्न कारणों से उत्तर प्रदेश विपन्न, बीमारू, फिसड्डी राज्य हो गया था। प्रदेशवासियों के सामने पहचान का संकट था। आजादी के समय उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत के बराबर थी, लेकिन कालान्तर में यह घटते-घटते एक तिहाई रह गई। विगत 8 वर्षों में प्रदेश ने अपनी जीएसडीपी व प्रति व्यक्ति आय को दोगुने से अधिक करने में सफलता प्राप्त की है। आज उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था सर्वाधिक ग्रोथ रेट के साथ आगे बढ़ रही है। इसमें उद्यमियों तथा निवेशकों का विश्वास व सहयोग हमारे लिए महत्वपूर्ण रहा है।

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