गाजियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में सरल योग से ईश्वर साक्षात्कार विषय पर आॅनलाइन गोष्ठी सम्पन्न हुई। योगाचार्या श्रुति सेतिया ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति दुखों से छूटकर नित्यानंद को प्राप्त करना चाहता है, परंतु ऐसा आनंद योग के बिना संभव नहीं है। योगाभ्यास मनुष्य मात्र को सफलता प्रदान करता है। योग के आठ अंगों का पालन करके ईश्वर साक्षात्कार से नित्यानंद की प्राप्ति तथा समस्त क्लेशों के निवृति होती है। ईश्वर सत्य स्वरूप है, नित्य ईश्वर उपासना व योगाभ्यास करते रहने पर समाधि की अवस्था उत्पन्न होकर ईश्वर साक्षात्कार किया जा सकता है। प्रेम मार्ग ज्ञान मार्ग और योग मार्ग द्वारा ईश्वर साक्षात्कार करने के लिए त्याग आवश्यक है, जिसमें मुख्य रुप से अपने अहंकार का त्याग करने से ईश्वर का स्वरूप नजर आने लगता है। योग सात्विक और पवित्र मार्ग है जिस पर चलकर साधक आत्मसाक्षात्कार और ईश्वर साक्षात्कार तक पहुंचता है। योग मार्ग पर चलने के लिए साधक को योग मार्ग में आने वाली बाधाओं को समझना चाहिए और बाधाओं को दूर करना चाहिए। जीवन का लक्ष्य ईश्वर साक्षात्कार सहित मोक्ष प्राप्त करना है तो वेद व वैदिक साहित्य के ज्ञान सहित योग व वैदिक उपासना पद्धतियों को अपनाना होगा। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि जीवन एक कर्मक्षेत्र है हमें अपना प्रत्येक कर्म निष्ठा पूर्वक करना चाहिए। मुख्य अतिथि किरण सहगल व अध्यक्ष गायत्री मीना(मंत्री,आर्य समाज नोएडा) ने योग को जीवन शैली में अपनाने पर बल दिया। गायिका प्रवीना ठक्कर (नासिक), वीना वोहरा (गाजियाबाद), वीना आर्या (हापुड़), ईश्वर देवी (अलवर), सुशांता (अम्बाला),सुषमा बजाज (फरीदाबाद), रवीन्द्र गुप्ता, संतोष धर, प्रेम हंस (आॅस्ट्रेलिया), मृदुला अग्रवाल (कौशाम्बी), प्रतिभा कटारिया, उर्मिला आर्या (गुरुग्राम), प्रतिभा सपरा, दीप्ति सपरा, 90 वर्षीय सुमित्रा गुप्ता ने भजन प्रस्तुत किये। राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने आॅनलाइन उपस्थित जनसमूह को धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रमुख रूप से ओम सपरा, राजेश मेहंदीरत्ता, विजय लक्ष्मी आर्या, स्वराज गुप्ता(देहरादून),इंदु बत्रा, अमरनाथ बत्रा,सुनीता आहूजा आदि उपस्थित थे।