- रोगी भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
- धूम्रपान करने वालों को भी अतिरिक्त सावधानी की जरूरत
हापुड़। मौसम बदल रहा है। यह मौसम मच्छरों के पनपने के लिए बहुत ही अनुकूल होता है। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां मच्छरों से ही फैलती हैं। इसके अलावा प्रदूषण स्तर भी काफी बढ़ा हुआ है। प्रदूषण बढ़ने से रेस्पिरेटरी सिस्टम प्रभावित होता है और सांस संबंधी परेशानियां बढ़ जाती हैं। इसलिए यह समय सेहत को लेकर सतर्क रहने वाला है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी ने व जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. प्रदीप मित्तल ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण सर्दी, खांसी और बुखार के मामले बढ़ रहे हैं। थोड़ा सावधान रहें, घर में बना हुआ सादा भोजन करें। ठंडा खाने और पीने से परहेज करें। बेहतर हो कि पीने के लिए उबला हुआ पानी प्रयोग करें।
डा. प्रदीप मित्तल ने कहा कि इस मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। जो लोग पहले से किसी बीमारी (जैसे- हृदय रोग, मधुमेह या सांस रोग) से पीड़ित हैं, वह अतिरिक्त सावधान रहें और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। ऐसे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले से कम होती है और इस मौसम में जल्दी संक्रामक बीमारियों के चपेट में आने का डर रहता है। डा. मित्तल ने जोर देकर कहा कि प्रदूषण स्तर काफी बढ़ा हुआ है, ऐसे में धूम्रपान करने वालों को भी सावधान रहने की जरूरत है। उनके फेफड़े पहले से ही कमजोर होते हैं और प्रदूषित हवा में सांस लेने से गंभीर रूप से बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान करने वालों को सुबह और शाम घर से बाहर न निकलने की सलाह दी जाती है क्योंकि सुबह-शाम तापमान कम होने के कारण प्रदूषित हवा ऊपर नहीं जा पाती और ऐसी हवा में सांस लेना जोखिम भरा होता है।
डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार मच्छररोधी अभियान चला रहा है लेकिन स्वयं भी सावधान रहने की जरूरत है। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें और घर में मच्छररोधी स्प्रे करें साथ ही दरवाजों और खिड़कियों पर जाली का प्रयोग करें। रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सकीय परामर्श लें। चिकित्सक के परामर्श के बिना कोई दवा न लें।