गाजियाबाद। मुरादनगर स्थित आईटीएस सेन्टर फॉर डेंन्टल स्टडीज एंड रिसर्च में आर्थोडॉन्टिक्स और डेंटोफेशियल आर्थोपेडिक्स विभाग द्वारा इंडियन आर्थोडॉन्टिक्स सोसाइटी के सहयोग से तीन दिवसीय नेशनल इंटीग्रेटेड टायफोडॉन्ट कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में भारत के विभिन्न डेंटल कॉलेजों के प्रतिष्ठित वक्ता उपस्थित थें जिन्होंने आईटीएस कॉलेज की अत्याधुनिक कृत्रिम सिमुलेशन लैब में विभिन्न आर्थोडॉन्टिक वायर बेंडिंग तकनीकों का प्रदर्शन किया। कार्यशाला में 30 से अधिक विभिन्न कॉलेजों के 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों के भविष्य को लेकर कार्यशाला में सभी अभ्यासों का एक वीडियों मेनुअल भी प्रदान किया गया। इंडियन आर्थोडॉन्टिक्स सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. बलविंदर सिंह ठक्कर, इंडियन आॅर्थोडॉन्टिक्स सोसाइटी के सचिव डॉ. संजय लाभ की उपस्थिति में इस कार्यशाला की शोभा बढ़ाई गई, जिन्होंने इस कार्यशाला के महत्व के बारें में चर्चा की और सर्वश्रेष्ट वक्ताओं की व्यवस्था के लिए संस्थान की सराहना की। आईटीएस डेंटल कालेज के निदेशक-प्राचार्य डॉ. देवी चरण शेट्टी ने उल्लेख किया कि आईटीएस डेंटल कालेज अत्याधुनिक एवं नवीनतम तकनीकों के उपयोग से शिक्षा के क्षेत्र में सबसे आगे बढ़ रहा है। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे इस अवसर का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और अपने गुरुजनों से अधिक से अधिक सीखने का प्रयास करें। सभी प्रतिभागियों एवं शिक्षकों ने इस कार्यशाला के सफल आयोजन एवं सहयोग के लिए आईटीएस द एजूकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आरपी चड्ढा एवं वाइस चेयरमैन अर्पित चड्ढा का आभार व्यक्त किया।