- 31 अक्टूबर को रालोद जारी करेगा अपना संकल्प पत्र
- मनमोहन सिंह से भी फिसड्डी साबित हुए हैं पीएम मोदी
- योगी सरकार ने प्रदेश की जनता से किया है धोखा
गाजियाबाद। रालोद के महासचिव त्रिलोक त्यागी ने कहा कि यह गठबंधन का युग है। उन्होंने कहा कि 2019 में रालोद ने सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, इसलिए तब से अब तक गठबंधन ही है। यहां आयोजित प्रेसवार्ता में रालोद महासचिव त्रिलोक त्यागी ने बेबाकी से अपनी बात रखी और मीडियाकर्मियों के सवालों के जवाब भी सधे हुए दिए। उन्होंने सत्तारुढ़ यूपी और केन्द्र की भाजपा सरकार पर ही निशाना साधा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व सीएम योगी को जनता से झूठ बोलने का आरोप लगाया। दरअसल त्रिलोक त्यागी प्रेस कान्फ्रेंस के माध्यम से बताने आए थे कि रालोद 31 अक्टूबर को लखनऊ में अपना संकल्प पत्र (घोषणा पत्र) जारी करेगा। पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी इसे जारी करेंगे। संकल्प पत्र में क्या-क्या वादे जनता से किए गए हैं उनके बारे में विस्तार से उन्होंने जानकारी दी। त्रिलोक त्यागी ने कहा कि संकल्प पत्र को चुनाव से चार माह पहले जारी करने का मकसद यह है कि हम जनता को बताना चाहते हैं कि रालोद उनके लिए क्या-क्या कर सकता है। सरकार बनने के बाद प्राथमिकता से किन मुद्दों को हल किया जाएगा। त्रिलोक त्यागी ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के कार्यशैली का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चौधरी साहब हमेशा किसानों के हितेष रहे तो छोटे-छोटे उद्योगों के पक्षधर भी रहे। चौधरी साहब कहा करते थे कि चीनी मिलों से किसानों को मिलने वाला पैसा सबसे पहले छोटे-छोटे दुकानदारों तक पहुंचता है। इससे बाजार भी फलते फूलते हैं लेकिन भाजपा सरकार किसानों के गन्ने का दस हजार करोड़ रुपए दबाए बैठी है। आज मोदीनगर में हाल देख लो। किसानों को गन्ने का पैमेंट नहीं है तो बाजार भी सूने पड़े हैं। उन्होंने कहा कि सब लोग पुलिस को गाली देते हैं लेकिन पुलिस सुधार के बारे में कोई नहीं सोच रहा है। चौधरी चरण सिंह ही थे जिन्होंने पुलिस को फुल पेंट और चलने के लिए जीप दीं। रालोद चाहता है कि पुलिसकर्मी दिल्ली की तरह ही आठ घंटे की ड्यूटी करें और उनके समान वेतन प्राप्त करें।
त्रिलोक त्यागी ने कहा कि संकल्प पत्र को जारी करने से पहले एक एप बनाया गया और लोगों से सुझाव मांगे गए। ग्राम प्रधानों को चिट्ठी लिखी गर्इं। सभी के सुझावों का समावेश संकल्प पत्र में किया गया है। संकल्प पत्र में किसानों, महिलाओं, नौजवानों, गांवों, स्वास्थ्य, शिक्षा, सफाई को मुख्य रूप से रखा गया है। उन्होंने कहा कि रालोद ने प्राइमरी स्कूलों में पहली क्लास से ही इंग्लिश की पढ़ाई और निजी स्कूलों में फीस वृद्धि के मामले को भी उठाया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा बड़े-बड़े दावा करती है लेकिन उनके खोखले दावों से जनता आजिज आ चुकी है। अमेरिका की नकल करने से कुछ नहीं होने वाला है। अमेरिका में बिना ड्राइवर के ट्रेन चलती हैं तो भारत में ऐसी ही ट्रेन चलाने की बात भाजपा सरकार करती है जबकि भारत और अमेरिका में जमीन आसमान का फर्क है। यहां रोजगार के अवसर पैदा करने होंगे लेकिन भाजपा सरकार युवाओं को बेरोजगारी के गर्त में धकेल रही है। युवा सड़कों पर धक्के खा रहा है तो गांवों में युवा बिना काम के ठाली बैठा है। रोजगार देने के मामले में तो मनमोहन सिंह से भी फिसडडी साबित हुए पीएम मोदी। उन्होंने कहा कि देश की सत्तर फीसदी आबादी गांवों में रहती है, लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं वहां नगण्य हैं। प्रचार ऐसा किया जा रहा है कि पूरा देश आयुष्मान भारत योजना के तहत जुड़ा है और पांच लाख रुपए का फायदा उठा रहा है। ऐसा झूठ कब तक चलेगा। भाजपा नफरत की आग फैलाने का काम कर रही है जबकि रालोद उसी आग पर पानी डालकर उसे शांत कर रही है। उन्होंने कहा कि संकल्प पत्र को लेकर रालोद का एक एक कार्यकर्ता गांव-गांव, गली-गली जाएगा और बताएगा कि उनकी सरकार बनने पर इन्हें लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रालोद उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा भले ही कहीं निशान साइकिल हो या फिर नल। उन्होंने एक गंभीर आरोप भी भाजपा सरकार पर लगाया। उन्होंने कहा कि कौशल विकास मिशन के नाम पर केन्द्र सरकार के बीज हजार करोड़ रुपए को आरएसएस व भाजपा के कार्यकर्ता चट कर गए। आम आदमी को उसका कोई लाभ नहीं मिला। इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से होनी चाहिए।
प्रेसवार्ता में रालोद के पूर्व प्रवक्ता इन्द्रजीत सिंह टीटू, प्रदेश प्रवक्ता रेखा चौधरी, प्रदेश महासचिव ओडी त्यागी, जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र राठी, महानगर अध्यक्ष अरुण चौधरी, चौधरी मनवीर सिंह, तेजपाल सिंह, पूर्व महानगर अध्यक्ष रविन्द्र चौहान, मीडिया सेल के सामंत सेखरी, प्रदीप त्यागी, राहुल चौधरी आदि मौजूद रहे।