नई दिल्ली। इस साल सावन में चार ही सोमवार पड़ रहे हैं। इस दिन भगवान शिव का पूजन विशेष रूप से फलदायी है। सावन के सोमवार का शिवभक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। सावन का महीना 25 जुलाई से प्रारंभ होकर 09 अगस्त को सावन का तीसरा सोमवार पड़ रहा है।इस दिन शंकर जी के मंत्रों का जाप और रुद्राभिषेक करने से इच्छित मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। आइए जानते हैं सावन के तीसरे सोमवार का विशेष मुहूर्त और पूजन विधि…
मुहूर्त –
इस सोमवार पर भगवान शिव का पूजन विशेष फल दायी है। अगर आप इस दिन कोई विशेष पूजा करवा रहे हो तो अभिजित मुहूर्त में करना शुभ होगा। अभिजित मुहूर्त 11.37 बजे से 12.30 तक रहेगा। इस काल में की हुई पूजा सर्वाधिक फल प्रदायनी मानी जाती है। पंचांग के अनुसार सावन का तीसरा सोमवार 09 अगस्त को पड़ रहा है। ये सावन के शुक्ल पक्ष का पहला सोमवार है और सावन का आखिरी सोमवार 16 अगस्त को पड़ेगा। सावन के तीसरे सोमवार की शुरूआत अश्लेषा नक्षत्र में हो रही है जो कि 09 बजकर 05 मिनट तक रहेगा। इस दिन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा और द्वितीया तिथि रहेगी।
पूजन विधि –
भगवान शिव को उनकी प्रिय वस्तुएं दूध, दही, शहद, धी, भांग, धतूरा, मदार का फूल आदि चढ़ाए। शंकर जी के मंत्रों और स्तोत्रों से उनकी स्तुति करें और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करें। शिव तो सच्चे श्रद्धाभाव से जल और बेल पत्र चढ़ाने मात्र से प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन शास्त्र विहित विधि से शिव पूजन करने के लिए इस दिन प्रातः काल में उठ कर नहाना चाहिए। नहा कर सबसे पहले भगवान शिव को जल अर्पित कर व्रत का संकल्प लें।