तीसरे विश्व युद्ध ने दे दी दस्तक !

- सिरफिरे ट्रंप और तानाशाह पुतिन आपस में भिड़े
- दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी सबसे गंभीर स्थितियां
- चार सिरफिरे तानाशाह बना रहे हैं तीसरे विश्व युद्ध के हालात
कमल सेखरी
एक लंबे समय से यह कहा और सुना जा रहा था कि बहुत ही जल्द तीसरा विश्व युद्ध दस्तक देने जा रहा है। उस दस्तक की आहट बीते दिन कुछ इस तरह से सुनाई दी है जिसे हम सुगमता से नजर अंदाज नहीं कर सकते। विश्व के सबसे शक्तिशाली देश के सबसे शक्तिशाली मुखिया डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को बड़े ही खुले शब्दों में कह दिया कि तुम यूक्रेन के साथ युद्ध विराम ना करने की हमारी बात जो नहीं मान रहे हो तो समझ लो तुम एक बड़ी आग के साथ खेल रहे हो। रूस के राष्ट्रपति जो पूरी दुनिया में एक जिददी तानाशाह की तरह माने जाते हैं उन्होंने भी जवाब में अमेरिका को दो टूक कह दिया हम तुम्हारी आग से डरने वाले नहीं हैं हम समझते हैं कि हमें जल्दी ही तीसरे विश्व युद्ध के लिए तैयार रहना पड़ेगा जो हम पूरी तरह से तैयार हैं। इतना ही नहीं पुतिन ने रूस से लगती यूक्रेन की सीमाओं के चारों तरफ 50 हजार सैनिकों को तैनात कर दिया है और बड़ी संख्या में पैटर्न टैंक खड़े कर दिये हैं और हजारों मिसाइलें यूक्रेन के शेष बचे शहरी क्षेत्रों की ओर तैनात कर दिये हैं। ट्रंप और पुतिन की इन बातों को अगर गंभीरता से लिया जाए तो मतलब बड़े गहरे निकलते हैं और उससे जुड़कर परिणाम भी बहुत घातक होते नजर आ रहे हैं। क्योंकि यूके्रेन, रूस और अमेरिका दोनों के लिए सोने की चिड़िया है। यूक्रेन के दक्षिणी छोर में एक बड़े हिस्से में सोने की खान हैं और दूसरे एक और बड़े हिस्से में यूरेनियम बड़ी मात्रा में जमा है, जिस पर पूरे विश्व की नजर है क्योंकि परमाणु शक्ति अर्जित करने के लिए हर बड़े देश को यूरेनियम की जरूरत है जो बड़ी दुर्लभता से उपलब्ध है। दो माह पूर्व अमेरिका और रूस ने आपसी गठजोड़ कर यूक्रेन की इन माइन्स को आपस में बांटकर हड़पने की कोशिश की लेकिन यूक्रेन के नेता जेलेंस्की इनके इरादों को समझ गए और ट्रंप के साथ युद्ध विराम के लिए चल रही सीधी बातचीत से नाराज हो उठकर चले गए। अब अमेरिका अपनी सुरक्षा का गोल्डन कवच तैयार करने के बाद रूस को भी आंखे दिखानी शुरू कर रहा है। तीसरे विश्व युद्ध के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है कि दुनिया में अलग-अलग कई देशों के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है। यूक्रेन और रशिया के बीच चल रहे लंबे युद्ध के साथ-साथ इजराइल फिलीस्तीन और इरान के बीच भी युद्ध जैसी स्थितियां बनी हुई हैं, वहीं दक्षिण एशिया में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध का माहौल बना हुआ है, इसी के साथ-साथ चीन जिसका नेतृत्व भी तानाशाही के नाम से जाना जाता है वो चीन भी भारत की सीमाओं में अपना विस्तार करने के साथ-साथ ताइवान को भी अपने कब्जे में लेना चाह रहा है, उसके लिए चीन ने युद्ध की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। ताइवान को अब तक सुरक्षा प्रदान कर रहा अमेरिका खुद भी इरान के साथ-साथ अब रूस से भिड़ने की तैयारी में लग गया है, ऐसे में विश्व के कई बड़े मुल्क पहली बार ऐसी स्थिति में आ चुके हैं जहां या तो युद्ध छिड़ा पड़ा है या फिर निकट भविष्य में ही आरंभ होने की संभावनाएं बनाता नजर आ रहा है। इसी के साथ-साथ नार्थ कोरिया के तानाशह नेता किम जांगउन जो दिमागी रूप से शंकी माने जाते हैं वो भी अमेरिका के खिलाफ चीन और रूस का साथ बिना कोई दूसरा विचार किये अपने पास संकलित परमाणु शक्ति का किसी भी समय बटन दबाकर दुरुपयोग कर सकते हैं। नार्थ कोरिया किम इल सुंग जो शंकी तानाशाह के दादा थे और किम जांग इल जो इस तानाशाह के पिता थे उनके समय में नार्थ कोरिया विश्व का सबसे शांतिप्रिय देश था लेकिन आज किम जांग उन के नेतृत्व में दुनिया का सबसे बड़ा तानाशाह देश बन चुका है और इसके शंकी राष्ट्रपति विश्व युद्ध की आहट होते ही अपनी कुर्सी पर लगे परमाणु हथियारों के बटनों को किसी भी समय दबाकर विश्व में तबाही मचा सकते हैं। लिहाजा जो परिस्थितियां मौजूदा शक्तिशाली उन देशों जिनके पास परमाणु शक्ति है उनके सिरफिरे और तानाशाह नेताओं के अचानक आपसी प्रतिद्वंदता में कोई भी प्रतिक्रिया करने पर पूरी दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की चपेट में आकर पूरी तरह से नेस्तानाबूद हो सकती है। अगले कुछ दिन इन सिरफिरे 4 तानाशाहों के बीच अगर उग्रता की कोई चिंगारी भड़कती है तो दुनिया परमाणु शक्ति की चपेट में आकर आग की लपटों में स्वाहा भी हो सकती है।