- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अन्य कार्यक्रमों को तेजी से आगे बढ़ाएं
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जन सामान्य के लाभार्थ संचालित की जा रही स्वास्थ्य योजनाओं का जन-जन तक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक संपन्न हुई। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जनपद के आम नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं का सरलता के साथ लाभ प्राप्त हो सके इस उद्देश्य से समस्त अधिकारी कार्रवाई कराना सुनिश्चित करें। समीक्षा में जिलाधिकारी द्वारा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक पात्र चिन्हित लाभार्थियों के शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए निर्देशित किया गया तथा जिला पूर्ति अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि अंत्योदय योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को विशेष अभियान चलाकर आयुष्मान कार्ड बनवाए जाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। समीक्षा में पाया गया कि विगत वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष ओपीडी एवं आईपीडी में क्रमश: 05 लाख एवं 20 हजार मरीजों की वृद्धि हुई है। टेली कंसल्टेशन को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया। जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत सभी पात्र लाभार्थियों को अति शीघ्र भुगतान किए जाने के लिए निर्देशित किया गया। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में सुधार के लिए जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया एवं खराब प्रदर्शन करने वाले 23 प्रभारी चिकित्साधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया। समीक्षा में नियमित टीकाकरण संतोषजनक पाया गया। पीसीपीएनडीटी एक्ट की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने इसके नोडल डॉक्टर सुनील त्यागी को निर्देशित किया कि वह संबंधित उप जिला अधिकारी के साथ संयुक्त रूप से नियमित भ्रमण करना सुनिश्चित करें ताकि एक्ट को अधिक प्रभावशाली बनाया जा सके। टीबी कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी मरीजों को डीबीटी के माध्यम से नियमित रूप से उनको रु0/- 500 की धनराशि प्रति माह भेजे जाने के निर्देश दिए गए। समीक्षा में पाया गया कि ब्लाइंडनेस कंट्रोल प्रोग्राम के अंतर्गत अभी तक जनपद में जरूरतमंद बच्चों एवं बुजुर्गों को निशुल्क चश्मे उपलब्ध कराए गए हैं। आगामी 02 मई, 2022 से प्रारंभ होने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के अंतर्गत 17 हजार बच्चों एवं 04 हजार गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण कराए जाने एवं विभिन्न स्थानों पर 1500 टीकाकरण सत्रों का आयोजन कराए जाने के लिए निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि नियमित टीकाकरण में प्रतिरोध करने वाले परिवारों को ग्रामवार चिन्हित करते हुए संबंधित उप जिलाधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, लेखपाल, स्थानीय कोटेदार एवं प्रधानों से समन्वय स्थापित करते हुए टीकाकरण कराया जाए। वर्तमान में चलने वाले दस्तक अभियान में सम्मिलित विभागों को निर्देशित किया गया कि वह अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में साफ-सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करें। अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये दी जा रही धनराशि के बारे में समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि अस्पतालों को साफ-सुथरा बनाया जाए तथा धनराशि का सदुपयोग किया जाए। मरीजों को दी जाने वाली दवाइयों पर्याप्त मात्रा उपलब्धता रहे। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि जनपद के सभी सरकारी अस्पतालों में सरकार की मंशा के अनुरूप दवाइयों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित रहे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित योजनाओं एवं वित्तीय व्यय के प्रगति एवं विभिन्न बिंदुओं पर आगामी व्यय पर बिन्दुवार चर्चा की गई। इस अवसर पर बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर, अपर जिलाधिकारी नगर बिपिन कुमार, नगर मजिस्ट्रेट गंभीर सिंह, कोविड के नोडल डा. आरके गुप्ता, डब्ल्यूएचओ से डा. अभिषेक, समस्त अपर मुख्य चिकित्साधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी द्वारा भाग लिया गया।