कमल सेखरी
विश्व खात्मे का दौर आरंभ,यह धारणा पिछले कुछ सालों से लगातार लगाई ही जा रही है। दुनियाभर का मीडिया और परिस्थितियों का आंकलन करने वाले विशेषज्ञों ने कई बार सार्वजनिक रूप से यह कहा है कि अगला विश्वयुद्ध कभी भी हो सकता है और दुनिया विश्वयुद्ध के मुहाने पर पहुंच चुकी है। जब कभी भी दो बड़े शक्तिशाली देशों के बीच संबंध तलख होते नजर आते थे और परिस्थतियां युद्ध तक भी पहुंचती दिखाई देती थीं तो यही अनुमान लगाया जाता था कि अगर इन दो देशों के बीच युद्ध हुआ तो एक और विश्व युद्ध का आगाज हो सकता है। वर्तमान में ही जब रूस और यूके्रन के बीच युद्ध छिड़ा और उसे लेकर कई बड़े देशों ने अपनी चिंता प्रकट करते हुए इस युद्ध को एक विनाशकारी जंग बताते हुए संकेत दिये कि यह युद्ध विश्वयुद्ध में भी बदल सकता है। जब कभी भी ऐसी परिस्थितियां बनती नजर आर्इं तो दुनिया की दो महाशक्तियां रूस और चीन एक साथ खड़े नजर आए और उनके साथ उत्तरी कोरिया समर्थन में खड़ा नजर आया। ये तीनों ही देश परमाणु शक्ति अर्जित कर चुके हैं और इन पर इतने परमाणु शस्त्र हैं कि ये दुनिया के बड़े हिस्से का एक ही झटके में विनाश कर सकते हैं। इन शक्तियों के सामने अमेरिका और यूरोप के कई बड़े देश विरोध में खड़े नजर आते हैं और इनमें अमेरिका सहित अन्य कई और देशों पर भी परमाणु शस्त्र उपलब्ध हैं। लेकिन अब इजराइल और फिलीस्तीन तथा लेबनान के बीच पिछले कुछ दिनों से जो जंग छिड़ी हुई है वो दुनिया के लिए सबसे घातक सिद्ध हो सकती है। इस जंग के बीच इरान का अचानक कूद जाना निसंदेह ऐसे संकेत दे रहा है जो कुछ पिछले कुछ दिनों से चल रहा है ये अगर रोका ना गया और ऐसे ही चलता रहा तो अगले विश्व युद्ध की संभावनाएं ना केवल और अधिक प्रबल होंगी बल्कि उसे टाला जाना भी संभव नहीं हो पाएगा। अब से लगभग दो सौ वर्ष पहले उस समय विश्व के प्रख्यात भविष्यवाणीकर्ता नारसी डोमस ने अपनी उस समय की गई चुनिंदा भविष्यवाणियों में यह भी कहा था कि दो शतक बाद मध्य पूर्वी खाड़ी क्षेत्र में एक ऐसा युद्ध छिड़ेगा जो विश्व युद्ध की शक्ल लेगा और जिसमें पगड़ी बांधे लंबी दाड़ी रखने वाला शासक पहले परमाणु बम का इस्तेमाल करेगा और उसके बाद विश्व के कई देश एक दूसरे के ऊपर घातक परमाणु बम गिराने आरंभ कर देंगे। जिससे विश्व का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा। इस भविष्यवाणी में यह भी कहा गया कि अगले विश्वयुद्ध की यह जंग इसाइयों और मुस्लिम देशों के बीच होगी जिसमें अमेरिका सहित यूरोप के कई बड़े देश और खाड़ी के मध्य पूर्वी क्षेत्र से जुड़े कई मुस्लिम देश और उससे सटे कई और मुस्लिम देश भी पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे। इजराइल और फिलीस्तीन के बीच आरंभ यह युद्ध इरान के बीच में कूदने से वही शक्ल लेता जा रहा है जिसकी घोषणा दो सौ वर्ष पूर्व नारसी डोमस ने की थी। विश्व खात्मे पर की गई इस भवष्यिवाणी पर अमेरिका के फिल्म निर्माता ने ‘ द मैन हू सॉ टूमारो’ नामक फिल्म का निर्माण भी किया है। नारसी डोमस ने ऐसी कई भविष्यवाणियां की जो सच निकलीं, उनकी ऐसी भविष्यवाणियों में अमेरिका के राष्टÑपति जॉन कैनेडी, इन्दिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्याओं के संकेत भी शामिल थे। आज जो स्थितियां बन रही है वो स्पष्ट संकेत दे रही हैं कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब दुनिया एक और विश्व युद्ध की आग में बुरी तरह से झुलसेगी और पृथ्वी का आधा मानव जीवन संकट में आ जाएगा।