- तीनों बार्डर पर सेना को किया तैनात, पानी की आपूर्ति रोकी
- अमेरिका के बाद कई और देशों ने अपने नागरिकों से यूक्रेन छोड़ने को कहा
नई दिल्ली। रुस और यूक्रेन में तनातनी इतनी बढ़ गई है कि हालात भयावह हो सकते हैं। रूस कभी भी यूके्रन पर सैन्य हमला कर सकता है। सेना ने तीनों तरफ से बार्डर को घेर लिया है और पानी की आपूर्ति को भी रोक दिया। उधर, अमेरिकी राष्टÑपति जो बाइडेन रूय के राष्टÑपति व्लादिमिर पुतिन से आज बात कर सकते हैं। बता दें कि काफी समय से दोनों देशों के बीच विवाद चला आ रहा है। विवाद के चलते ही रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की सीमा को घेरकर सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। रूसी सैनिकों की तरफ से यूक्रेन बॉर्डर घेरने की खबर से यूरोप और पश्चिमी देशों में हलचल मच गई है। तेज हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिकी सरकार के प्रतिनिधियों ने चिंता जाहिर की है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन किसी भी समय यूक्रेन पर हमले का आदेश दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि रूस ने तीन तरफ से यूक्रेन सीमा को घेर रखा है और वहां आर्मी, नेवी और एयरफोर्स को तैनात किया है।
यूक्रेन सीमा को रूसी सैनिकों ने तीन ओर से घेर लिया है। ताजा सेटेलाइट इमेज से इसका खुलासा हुआ है। सीमा पर 550 से अधिक टेंट भी लगाए गए हैं। इसके अलावा रूस ने यूक्रेन सीमा से लगे ओजोव सागर में नौसेना अभ्यास भी शुरू कर दिया है। यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस ने इंटरनेशल वॉटर से जुड़े उसके सारे कनेक्शन काट दिए हैं।
बताया जाता है कि अमेरिकी खुफिया विभाग के अधिकारियों को इससे पहले लगा था कि व्लादिमीर पुतिन विंटर ओलिंपिक के बाद हमला करेंगे, ताकि उनके साथी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग नाराज न हों, लेकिन अब खुफिया विभाग को लगता है कि रूस 20 फरवरी को विंटर ओलिंपिक खत्म होने का इंतजार नहीं करेगा। चीन की राजधानी बीजिंग में 20 फरवरी तक विंटर ओलिंपिक खत्म होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवन ने बताया कि हम रूस के बढ़ते कदमों को देख रहे हैं। यूक्रेन बॉर्डर पर रूस ने नई सेना तैनात की है। इसे देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि रूस विंटर ओलिंपिक के दौरान ही यूक्रेन पर हमला बोल सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस के खिलाफ सख्त चेतावनी जारी की है। कहा जा रहा है कि 24 घंटे में स्थिति समान्य नहीं होने पर पश्चिमी देश रूस पर कड़े प्रतिबंध लगा सकते हैं। अमेरिका-ब्रिटेन ने अपने नागरिकों से की यूक्रेन छोड़ने की अपील
इस तनाव को देखते हुए अमेरिका ने अपने नागरिकों से यूक्रेन से तुरंत लौटने की अपील की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि अभी हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हम अपने नागरिकों से अपील करते हैं कि वे यूक्रेन छोड़ जल्द अमेरिका आ जाएं।
अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन, नॉर्वे, जापान, लातविया और डेनमार्क ने भी अपने नागरिकों से यूक्रेन छोड़ने की अपील की है। उधर, अमेरिका ने यूक्रेन की मदद के लिए सैनिकों को भेजने की संभावना को नकार दिया है। शुक्रवार को पेंटागन ने पोलैंड के लिए 3 हजार सैनिकों को रवाना किया है।
यूक्रेन का पूर्वी भाग रूस के बॉर्डर से लगा हुआ है। सोवियत संघ के विघटन के बाद अधिकांश रूसी मूल के लोग यूक्रेन में बस गए। इस वजह से दोनों देशों के बीच आपसी तालमेल बेहतर था, लेकिन 2014 में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के करीबी विक्टर यानुकोविच की सत्ता चली गई। यानुकोविच के हटने के बाद से रूस और यूक्रेन में सियासी टशन शुरू हो गया।