- स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों ने साथिया केंद्र की को-आर्डिनेटर के साथ साझा की जानकारी
गाजियाबाद। शहर की नामचीन स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ कालका गढ़ी स्थित कंपोजिट विद्यालय में जुटीं। उद्देश्य था बच्चों का पर्सनल हाईजीन, खानपान, गुड टच – बैड टच के बारे में संवेदीकरण करना। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, गाजियाबाद के अध्यक्ष डा. आरके गर्ग और सचिव डा. संजीव जैन के निर्देशन में विद्यालय पहुंचीं स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों ने बच्चों को हाईजीन और खानपान के बारे में जानकारी दी तो जिला महिला चिकित्सालय की सीएमएस डा. संगीता गोयल के निर्देशन में साथिया केंद्र को-आर्डिनेटर कविता त्यागी ने गुड टच और बैड टच के बारे में फर्क करना सिखाया। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों में डा. मधु पोद्दार, डा. वाणी पुरी और डा. अल्पना कंसल शामिल रहीं।
इससे पूर्व छह मई को भी इसी तरह के कार्यक्रम का आयोजन नेहरूनगर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में हुआ था, जिसमें साथिया को-आर्डिनेटर कविता त्यागी के साथ खुद सीएमएस डा. संगीता गोयल, डा. नीलू खनेजा, डा. अर्चना शर्मा और डा. अरूणा अग्रवाल ने बालिकाओं का माहवारी स्वच्छता के साथ ही सर्वीकल (ग्रीवा) कैंसर जैसे मुद्दों पर संवेदीकरण किया। डा. अल्पना कंसल ने बताया – बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में स्कूली बच्चों को पर्सनल हाईजीन जैसे – हाथ धोना, सुबह – शाम दांत साफ करने के लिए ब्रुश करना, पौष्टिक भोजन करना, बाहर की तली-भुनी चीजें और फास्ट फूड से होने वाले नुकसान के बारे में भी विस्तार से बताया और फास्ट फूड से परहेज करने की सलाह दी।
इसके साथ ही तंबाकू उत्पादों से होने वाले नुकसान के बारे में बच्चों को जागरूक किया गया और इस संबंध में अपने घर में जाकर भी बताने के लिए कहा गया। स्कूली बच्चों को उनके संवेदनशील अंगों के बारे में जानकारी देते हुए गुड टच और बैड टच के बारे में बताया गया। किसी के द्वारा बैड टच किए जाने पर स्कूल में हैं तो तत्काल इसकी जानकारी अध्यापक को दें और यदि घर पर हैं तो अपने माता- पिता से बताएं। डा. कंसल ने बताया – बच्चों ने बुधवार को आयोजित सेशन में खूब रूचि ली और चिकित्सकों के पैनल से सवाल – जबाव भी किए।
सीएमएस डा. संगीता गोयल ने बताया माहवारी प्रबंधन को लेकर हर माह राष्ट्रीय किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। आईएमए और कल्कि एनजीओ के साथ मिलकर शहर की नामचीन स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों के साथ कस्तूरबा बालिका विद्यालय और कालका गढ़ी स्थित कंपोजिट विद्यालय माहवारी के बारे में छात्राओं को विस्तार से जानकारी दी गई और उन्हें स्वास्थ्य एवं स्वच्छता को लेकर जागरूक करने का प्रयास किया गया। इसके साथ ही आम सेनेटरी नैपकिन में मौजूद प्लास्टिक और रासायनिक तत्व स्वास्थ्य के लिए कैसे नुकसानदायक हो सकते हैं, इस संबंध में भी छात्राओं को जानकारी देने के साथ ही सर्वीकल कैंसर की रोकथाम के लिए वैक्सीन के बारे में उन्हें जागरूक किया गया।