गाजियाबाद। केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस में हैप्पीनेस एंड कॉग्निशन सेंटर ने 31 जुलाई, 2023 से 7 अगस्त, 2023 तक सार्वभौमिक मानव मूल्यों (यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यूज) पर एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) का सफलतापूर्वक आयोजन किया। काईट और अन्य शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों से लगभग 63 संकाय सदस्यों ने इस एफडीपी के लिए पंजीकरण कराया था। हालाँकि, केवल 48 संकाय सदस्यों ने संस्थान के परिसर में आठ दिवसीय कार्यक्रम पूरा किया। एफडीपी का उद्घाटन केआईईटी के निदेशक डॉ. ए. गर्ग द्वारा एक प्रेरक भाषण के साथ हुआ। उन्होंने कहा कि ऐसे एफडीपी का आयोजन देश के प्रत्येक नागरिक के लिए वास्तव में महत्वपूर्ण है क्योंकि वे मानवीय मूल्यों की प्रासंगिकता पर जोर देते हैं और लोगों को सक्षम नागरिक बनने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इसके बाद मिस पल्लवी शर्मा द्वारा एआईसीटीई के माध्यम से प्रतिनियुक्त मुख्य गणमान्य व्यक्तियों मोती चंद यादव (संसाधन व्यक्ति), डॉ. मनीषी मिश्रा (सह-सुविधाकर्ता), डॉ. मनोरमा (सह-सुविधाकर्ता), एवं राघवेंद्र प्रताप सिंह (पर्यवेक्षक) का स्वागत किया गया।
संसाधन व्यक्ति के रूप में मोती चंद यादव ने इस 8 दिवसीय एफडीपी के दौरान आयोजित सभी सत्रों की अध्यक्षता की। सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों पर उनके सभी सत्र एआईसीटीई द्वारा परिभाषित मानदंडों और कार्यक्रम के अनुसार संपन्न हुए। पर्यवेक्षक आर.पी. सिंह ने दर्शकों को एफडीपी के नियमों और विनियमों की जानकारी दी। उनकी अंतर्दृष्टिपूर्ण टिप्पणियों ने एफडीपी में सम्मिलित सभी प्रतिभागियों को आगामी सत्रों में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रेरित किया। हैप्पीनेस एंड कॉग्निशन सेंटर (एचसीसी-केआईईटी) के प्रमुख, डॉ. अरविंद कुमार शर्मा ने तनाव मुक्त प्रबंधन पर जोर दिया और सभी को संस्थान के इस वर्टिकल के बारे मे विस्तार से बताया। एफडीपी का समापन, स्थानीय कार्यक्रम समन्वयक, डॉ. अमित कुमार और डॉ. कपिल शर्मा के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ संपन्न हुआ। सहायक टीम के सदस्यों के रूप में आलोक पांडे, डॉ. अरुणिमा मिश्रा और पल्लवी शर्मा उपस्थित थे।