- पावर कॉरपोरेशन को इस सम्बन्ध में व्यवस्था करने के निर्देश
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में ढाई लाख से ज्यादा की संख्या में बुनकर पावरलूम से जुड़े हुए हैं। यही उनकी आजीविका का मुख्य साधन है। हमें इस व्यवस्था को प्रोत्साहित करना है। बिजली चोरी को रोकते हुए प्रदेश के बुनकरों को बिजली के बिल में आवश्यक सब्सिडी दी जाए। उन्होंने पावर कॉरपोरेशन को इस सम्बन्ध में व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में एमएसएमई बुनकर योजना के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण का अवलोकन कर रहे थे। इस दौरान बिजली की खपत और उस पर दी जाने वाली सब्सिडी को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि बुनकर व्यवसाय से जुड़े प्रदेश के बड़े सेंटर जैसे अम्बेडकरनगर, वाराणसी, मऊ, गोरखपुर, मेरठ आदि जिलों के सम्भ्रांत बुनकर व्यवसायियों से सम्पर्क कर उनकी राय ली जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुनकरों के लिए विद्युत खपत की योजना को नेट बिलिंग के साथ जोड़ते हुए सोलर पावर की दिशा में आगे बढ़ाया जाए। राज्य सरकार सोलर पैनल को इंस्टॉल करने के लिए 30 हजार रुपये तक सब्सिडी दे रही है। इसके लिए मिशन मोड पर काम करते हुए बुनकरों को प्रोत्साहित किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि पावर कंजम्पशन का मूल्य हर हाल में पावर कॉरपोरेशन को मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बुनकर आज भी पुरानी तकनीक पर कार्य कर रहे हैं। मार्केट में आज नई तकनीक और डिजाइन आ गयी हैं। बुनकरों को जल्द से जल्द अपग्रेड करते हुए उनके उत्पादों को समयानुकूल बनाया जाए। साथ ही, उनके डिजाइन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
इस अवसर पर नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री राकेश सचान, अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा महेश कुमार गुप्ता, अपर मुख्य सचिव वित्त प्रशान्त त्रिवेदी, यूपीपीसीएल के चेयरमैन एम. देवराज सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।