- सभी वर्गों के कल्याण के साथ आगे बढ़ रही भाजपा सरकार
- व्यापारी एवं उद्यमियों के सहयोग से ही प्रदेश विकास के मार्ग पर
- गाजियाबाद। सांसद अनिल अग्रवाल के संयोजन में आयोजित किए गए विराट वैश्य महाकुंभ में वैश्य समाज ने एक मंच पर आकर राजनीतिक स्तर पर प्रतिनिधित्व की बात उठाई। कमला नेहरुनगर के विशाल मैदान में आयोजित किए गए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केन्द्रीय वाणिज्य,उद्योग रसद मंत्री पीयुष गोयल रहे। उन्होंने विभिन्न जिलों से एकत्र हुए वैश्य समाज के लोगों को भाजपा सरकार में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में पूर्व में क्या हालात थे, किसी से छुपा नहीं है। प्रदेश में योगी सरकार ने न केवल वैश्य समाज बल्कि सभी वर्गों के लोगों के उत्थान का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार के चलते देश एवं प्रदेश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश एवं प्रदेश के उत्थान के लिए केन्द्र एवं प्रदेश में भाजपा सरकार समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 2017 के यूपी चुनाव से पहले कानून व्यवस्था क्या थीं, वह किसी से भी छिपा नहीं है। व्यापारी, उद्यमी पलायन करने के लिए विवश था। 2017 के चुनाव के दौरान प्रदेश को ईमानदार सरकार दिए जाने का नतीजा ये है कि प्रदेश विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर का सपना सदियों पुराना था। इसी तरह से अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बने ये भी पुराना सपना था जो कि साकार होने की दिशा में है। प्रदेश में जो विकास हो रहा है वह प्रदेश के कारोबारी,उद्यमियों के सहयोग की देन है। यदि समाज का योगदान न होता तो कदापि प्रदेश विकास की राह में बढ़ने वाला नहीं था। यूपी को पर्यटन की दिशा में आगे ले जाने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। ये पहला मौका है जब यूपी में दो करोड़ 60 लाख आवास की सुविधा उपलब्ध करायी गई, एक करोड़ से ज्यादा घरेलू गैस एवं एक करोड़ से ज्यादा बिजली के कनेक्शन यूपी में दिए जा चुके हैं। इसके साथ-साथ प्रदेश में 30 नए मेडिकल कालेज का निर्माण किया जा रहा है। वैसे भी व्यापारी एवं उद्यमियों का कारोबार तभी आगे बढ़ता है जब कानून व्यवस्था बेहतर हो। आज इसी का नतीजा ये है कि यूपी कारोबार सरल करने के मामले में देश में दूसरे नंबर पर है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में देश की नदियों को साफ करने के साथ शहर, गांव के हर घर में नल से साफ पानी पहुंचाने की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विराट वैश्य महाकुंभ के लिए जो स्थल एवं शहर चुना गया, वह अधिक बेहतर है,चंूकि यूपी की शुरूआत गाजियाबाद से होती है। गाजियाबाद की पहचान औद्योगिक नगरी के तौर पर रही है। लोनी का भी एतिहासिक इतिहास रहा है। भाजपा ही एक मात्र ऐसी राजनैतिक पार्टी है कि जिसमें राष्ट्रवाद की भावना रही है। इस दौरान जी न्यूज के संस्थापक सुभाष चंद्रा ने कहा कि वैश्य समाज का गौरवमयी इतिहास रहा है। वैश्य समाज के इतिहास को जानने का काम अटल विहारी बाजपेयी सरकार के कार्यकाल से हुआ था। जो अगरोहा क्षेत्र में खुदाई के दौरान तथ्य सामने आए थे, यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान छिपाकर रखे गए। जो केंद्र में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद सामने आ सके हंै। इस इतिहास को उठाकर देखें तो वैश्यवर्ग केवल 23 फीसदी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि संपूर्ण भारत में 80 फीसदी से ज्यादा है। तेली तथा पिछडी जाति के लोग भी वैश्य जाति में आते हंै। हमें अपने इतिहास को जानना होगा। आने वाले वक्त में अपनी उपस्थिति मंच पर कम बल्कि मंच के आगे अधिक दर्ज करानी होगी। कार्यक्रम के संयोजक एवं सांसद डा. अनिल अग्रवाल ने कहा कि आयोजन का उद्देश्य मोदी एवं योगी सरकार के हाथों को पार्टी में रहते हुए मजबूत करना है। वैसे भी वैश्य वर्ग भगवान राम के वंशज हैं। 1992 में अयोध्या ढांचा गिराने की घटना के दौरान वैश्य समाज के लोगों के द्वारा प्राण न्यौछावर करने का काम किया गया। कोरोना काल के दौरान भी वैश्य समाज के द्वारा आगे आने का काम किया गया, जिस वक्त सगे संबंधी भी दूर भाग रहे थे तब वैश्य समाज ने काफी कुछ किया। प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने कहा कि वैश्य समाज को इस बात के लिए गर्व है कि वह महाराजा अग्रसेन के वंशज है। जो संस्कार इस वर्ग में है वह किसी दूसरे वर्ग में देखने में सामने नहीं आएंगे। यदि देश की बात आती है तो यही वर्ग सबसे आगे खड़ा होता है। उन्होंने माना कि वैश्य वर्ग के एमपी, एमएलए की संख्या बढ़नी चाहिए। इस दौरान झारखंड के भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेश पौद्दार ने कहा वैश्य वर्ग की एक ही भावना रही है कि प्रेम करो और आगे बढ़ो। जूना अखाड़ा के अध्यक्ष महंत नारायण गिरी ने कहा कि गीता के सार को यदि उठाकर देखा जाए तो क्षत्रिय एवं वैश्य सभी एक है। विधान परिषद सदस्य दिनेश गोयल ने कहा कि वैश्य वर्ग का सदैव से एक ही प्रयास रहा है कि समाज के साथ साथ दूसरे वर्ग के लिए कुछ किया जाए। आयोजन के दौरान राज्य सभा सदस्य डा. अनिल अग्रवाल ने अतिथियों का भव्य स्वागत किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री पीयुष गोयल को चांदी की गदा भेंट की गई। कार्यक्रम में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अशोक गोयल, भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता दयाल, आईवीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल, अग्रवाल संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप मित्तल, देवेंद्र हितकारी, अनिल सांवरिया, गौरव गर्ग, अनिल गर्ग, सौरभ जायसवाल, जय कमल अग्रवाल, अजय गुप्ता, राज किशोर गुप्ता, ललित जायसवाल, संजीव गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, संदीप बंसल, उदित मोहन गर्ग, विष्णु दीप गर्ग, विकास बंसल, मनमोहन मित्तल, वीके अग्रवाल, आदिनारायण गुप्ता, अतुल मित्तल, प्रदीप अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल, प्रदीप गर्ग, महेंद्र अग्रवाल, संजय जैन, दिनेश अग्रवाल, नानक चंद गोयल, राकेश सिंघल, नीरज गोयल, विजय जिंदल, दिनेश बंसल, राजीव मोहन, गोपीचंद, आनंद प्रकाश सिंघल, महेश, नरेंद्र बंसल, नरेंद्र गुप्ता नंदी, रश्मि गुप्ता, सपना बंसल, रूबी अग्रवाल, सीमा गोयल, सिद्धि अग्रवाल, हिमांशु बंसल, हेमंत सिंघल, अटल गुप्ता, विशाल जायसवाल,राजेन्द्र मित्तल मेंदी वाले, आलोक गोयल,अंजुल अग्रवाल, गुलशन भांभरी, पंकज गर्ग, अंबरीश गोयल आदि मौजूद रहे।
अपेक्षा से कम रही भीड़, खाली पड़ी रहीं कुर्सियां
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एक माह से वैश्य समाज के लोग रोजाना ही बैठक कर रहे थे लेकिन आयोजन स्थल पर कुर्सियां खाली ही पड़ी रहीं। जितनी बसों के पहुंचने का दावा किया जा रहा था उतनी बसें भी नहीं पहुंची। यह भी कह सकते हैं कि कार्यक्रम स्थल काफी बड़ा था और लोगों के बैठने का इंतजाम भी उसी से किया गया लेकिन अपेक्षा से कम भीड़ रहने का कारण लोगों की जुबान पर रहा।
मीडिया से बिना बात किए निकल गए पीयूष गोयल व सुभाष चन्द्रा
कार्यक्रम के बाद मीडियाकर्मियों ने केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल से बात करनी चाही लेकिन वे बिना कोई बात किए ही निकल गए। यही हाल सांसद सुभाष चंद्रा का भी रहा। उन्होंने भी मीडिया से कोई बात नहीं की।