नई दिल्ली। महंगाई के कारण श्रीलंका में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। दूध दो हजार रुपए लीटर और एक किलोग्राम चावल पांच सौ रुपए बताए जा रहे हैं। गहराती आर्थिक समस्या के चलते लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। स्थिति बिगड़ते देख देश में आपातकाल का ऐलान कर दिया गया है। राष्ट्रपति गोटाभाया राजपक्षे ने शुक्रवार को आपातकाल का ऐलान करते हुए कहा है कि देश की सुरक्षा और आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति के रखरखाव के लिए ये फैसला लिया गया है। अब सेना संदिग्धों को बिना किसी मुकदमे के गिरफ्तार कर सकती है और लंबे समय तक हिरासत में रख सकती है। राजपक्षे की सरकार को समर्थन दे रही 11 पार्टियों ने कैबिनेट भंग कर अंतरिम सरकार के गठन की मांग की है। इनका कहना है कि हालिया कैबिनेट बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हुई है। इससे पहले गुरुवार देर रात हजारों लोगों ने राष्ट्रपति राजपक्षे के निवास के बाहर विरोध-प्रदर्शन और पथराव किया। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस हिंसक टकराव में कम से कम 5 पुलिसकर्मियों समेत 10 लोग घायल हुए। हिंसा के आरोप में 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।देश में फ्यूल और गैस की कमी हो गई है। परीक्षा अनिश्चितकाल के लिए टाल दी गई हैं।