- कैबिनेट मंत्री ने सारा गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर गोदभराई की और बच्चों का अन्नप्राशन कराया
गाजियाबाद। मोदीनगर तहसील के सारा गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मौर्य की मौजूदगी में पांच गर्भवती महिलाओं की गोदभराई और छह माह की आयु पूरी कर चुके पांच बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया। कैबिनेट मंत्री ने अपने कर कमलों से गर्भवती को पोषण पोटली भेंट की और उन्हें अपने आहार पर विशेष ध्यान देने की सलाह के साथ ही मां बनने की यात्रा के लिए शुभकामनाएं भी दीं। कैबिनेट मंत्री ने कहा गर्भवती को अतिरिक्त पोषण की जरूरत इसलिए होती है क्योंकि उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी उसी के भोजन से आहार प्राप्त होता है। जरूरी है कि महिलाएं गर्भकाल में मौसमी फल, मौसमी सब्जी और प्रोटीन के लिए दाल और सूखे मेवे नियमित रूप से लें ताकि उनकी आने वाली संतान स्वस्थ हो।
कैबिनेट मंत्री ने छह माह की आयु पूरी कर चुके पांच बच्चों का अन्नप्राशन कराया। इस मौके पर उन्होंने कहा- छह माह की आयु तक बच्चे को केवल स्तनपान ही कराएं। इस अवधि तक मां का दूध शिशु के लिए पूर्ण आहार होता है। छह माह आयु पूरी करने पर शिशु के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए अतिरिक्त पोषण की जरूरत होती है। अन्नप्राशन की परिकल्पना इसी उद्देश्य से की गई है। यानि छह माह की आयु पर ही बच्चे को मां के दूध के साथ अन्न की जरूरत होती है। स्तनपान कराने के साथ ही बच्चे को अच्छी तरह से मसला हुआ पूरक आहार दें। उन्होंने कहा स्तनपान कराने वाली मां को भी अपने खानपान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है, इसलिए गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए सरकार पोषण उपलब्ध कराती है।
सारा गांव के आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंचने से पहले कैबिनेट मंत्री ने बृहस्पतिवार को गांव में बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा का उनकी 131वीं जयंती पर अनावरण किया। इसी के साथ उन्होंने बाल विकास परियोजना भोजपुर के अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केंद्र सारा पर गोदभराई और अन्नप्राशन कार्यक्रम में पहुंचकर गर्भवती महिलाओं को शुभकामनाएं दीं और पोषाहार भेंट किया। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वार्ष्णेय, बाल विकास परियोजना अधिकारी सुमन शर्मा, सुपरवाइजर आरती राठी, सुनीता सैनी और बृजेश रानी उपस्थित रहीं।