गाजियाबाद। केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग विभाग ने 8 से 13 जनवरी तक डीपलर्निंग फॉर विसुअल कंप्यूटिंग पर छह दिवसीय अटल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किया है। यह प्रोग्राम पूरी तरह से अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद,नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित है। यह एफडीपी प्रतिभागियों को इम्मेर्सिव लर्निंग का अनुभव प्रदान करने के लिए डिजाइन की गयी है इसमें कन्वेन्शनल न्यूरल नेटवर्क से लेकर इमेजरिकग्निशन, आब्जेक्ट डिटेक्शन और विजुअल कंप्यूटिंग में डीपलर्निंग के व्यावहारिक अनुप्रयोगों तक के विषयों को शामिल किया जाएगा। इस एफडीपी में विभिन्न शहरों के तकनीकी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के 50 प्रतिभागियों ने अपना पंजीकरण कराया है।
एफडीपी का उद्घाटन डॉ. प्रोफेसर आर.के. खंडाल, पूर्व कुलपतिन उत्तर प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय ने किया। डॉ. मनोज गोयल, संयुक्त निदेशक डॉ. प्रो. अनिल अहलावत, प्रभारी निदेशक काईट ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस और कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. प्रोफेसर विनीत शर्मा भी इस उद्घाटन समारोह में उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि और गणमान्य व्यक्तियों ने सभा को संबोधित करते हुए विजुअल कंप्यूटिंग में क्रांति लाने में डीपलर्निंग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। डॉ. खंडाल ने अत्याधुनिक ज्ञान और नवाचार को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता के लिए काईट की सराहना की। डॉ. मनोज गोयल ने प्रौद्योगिकी के भविष्य को आकार देने में ऐसे कार्यक्रमों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला, जबकि डॉ. प्रोफेसर अनिल अहलावत और डॉ. प्रोफेसर विनीत शर्मा ने निरंतर सीखने और तकनीकी प्रगति के बराबर रहने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस एफडीपी में भारत के विभिन्न प्रमुख संस्थानों के विशेषज्ञ वक्ता सत्र का संचालन करेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य इस गतिशील क्षेत्र में नवीनतम उपकरणों और तकनीकों के साथ संकाय सदस्यों और शोधकर्ताओं को सशक्त बनाना है। डॉ. प्रो. दिलकेश्वर पांडे और डॉ. संजीव शर्मा, एफडीपी संयोजक के रूप में कार्यरत हैं।