लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्रभावी रणनीति का परिणाम है कि राज्य में कोरोना संक्रमण नियंत्रित स्थिति में है। प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के प्रभावी नियंत्रण के पश्चात जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है। कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। उन्होंने कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्था को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 11 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 24 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 199 है।
जनपद अलीगढ़, अमरोहा, अयोध्या, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बांदा, बस्ती, बहराइच, भदोही, बिजनौर, चन्दौली, चित्रकूट, देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, गोण्डा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, कासगंज, कौशाम्बी, ललितपुर, महोबा, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, शामली, सिद्धार्थनगर और सोनभद्र में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.7 प्रतिशत है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 2,26,111 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 07 करोड़ 42 लाख 65 हजार 99 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि संक्रमण से बचाव में कोविड टीकाकरण एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है। बैठक में अवगत कराया गया कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया तीव्र गति से चल रही है। राज्य में अब तक 08 करोड़ 34 लाख 92 हजार 874 कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। यह किसी भी प्रदेश में किया गया सर्वाधिक टीकाकरण है।
मुख्यमंत्री जी ने डेंगू व अन्य वायरल बीमारियों के सम्बन्ध में प्रदेशव्यापी सर्विलान्स कार्यक्रम को और प्रभावी बनाए जाने के निर्देश दिये। बुखार व संक्रमण के अन्य लक्षणों के संदिग्ध मरीजों की पहचान कर, उन्हें उचित परामर्श दिया जाए। अस्पतालों में बेड एवं दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखी जाए। उन्होंने कहा कि संक्रमण के दृष्टिगत फिरोजाबाद, आगरा, कानपुर नगर तथा मथुरा आदि प्रभावित जनपदों पर निरन्तर नजर रखी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गणेश चतुर्थी के पर्व के दृष्टिगत सभी आवश्यक तैयारी कर ली जाए। उन्होंने अपील की कि गणेश चतुर्थी के अवसर पर स्थापित होने वाली मूर्ति देवालय अथवा घर में ही रखकर पूजन किया जाए। सार्वजनिक स्थल पर कोई भी प्रतिमा स्थापित न की जाए। उन्होंने कहा कि गणेश चतुर्थी पर्व के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निराश्रित महिला पेंशन योजना और मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का लाभ सभी पात्र महिलाओं एवं बेटियों दिलाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को सुगम आवागमन की सुविधा देने के लिए संकल्पित है। अच्छी सड़कें विकास को गति देने में भी सहायक होती हैं। इसके दृष्टिगत सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाया जाए। उन्होंने कहा कि सभी सड़कों की अद्यतन स्थिति का आकलन करते हुए एक रिपोर्ट शासन को उपलब्ध करायी जाए।