- गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा ने गृहमंत्री को लिखा पत्र, यूपी की तरह सख्त कानून बनाने की मांग
गाजियाबाद। श्रीनगर में जबरन दो बच्चियों को धर्म परिवर्तन कराकर शादी कराने का मामला तूल पकड़ रहा है। इस घटना से सिख समुदाय में भारी रोष व्याप्त है। गाजियाबाद में भी सिख समाज ने घटना की घोर निंदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और बच्ची को मुक्त कराने की मांग को लेकर देश के गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा के प्रधान इन्द्रजीत सिंह टीटू व महासचिव एसपी सिंह आॅबराय ने गृहमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि सिख समाज ने हमेशा हिन्दू धर्म की रक्षा करने और मानव जाति के कल्याण के लिए कार्य किया है। कोरोना काल में भी सिख समुदाय की सेवा को भी पूरे देश ने न केवल देखा बल्कि उसे सराहाया है। भूखे-प्यासे लोगों को भोजन की व्यवस्था से लेकर आॅक्सीजन सिलेंडर का लंगर व अस्पताल खोले जाने तक में मानव सेवा की है। बावजूद इस समाज के साथ अत्याचार हो रहा है। उन्होंने कहा है कि श्रीनगर में दो सिख समुदाय की बच्चियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराने के बाद 50 साल की उम्र के व्यक्तियों से शादी करा दी जाती है। यह घोर अत्याचार है। यह सारा कृत्य बंदूक की नोक पर किया जाता है। कोर्ट में जब यह मामला हो रहा था तो किसी को अंदर जाने नहीं दिया गया। साढ़े दस बजे प्रदर्शन करने के बाद एक बच्ची को वापस किया गया जबकि दूसरी बच्ची अभी भी एक विशेष धर्म के लोगों के कब्जे में है। उन्होंने गृहमंत्री को अवगत कराया चार माह के भीतर चार बच्चियों के साथ इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है। आप से गाजियाबाद का पूरा सिख समाज और गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा रेलवे रोड बजरिया की कमेटी की गुजारिश है इस हादसे पर आपकी तवज्जो बहुत जरूरी है। इस तरीके से अल्पसंख्यक समाज की बच्चियों के साथ किया जाएगा तो देश के नाम पर धब्बा लगेगा और जो सिख समाज की देश सेवा व मानव सेवा करने की हिम्मत टूटेगी। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा रेलवे रोड बजरिया गाजियाबाद के सभी गाजियाबाद के गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को साथ लेकर जल्द एक ज्ञापन जिलाधिकारी गाजियाबाद के माध्यम से राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम भी दिया जाएगा। उन्होंने गृहमंत्री से मांग की है कि जिस तरह से यूपी और मध्यप्रदेश में धर्म परिवर्तन को लेकर कानून बनाया गया है ऐसा ही सख्त कानून देश के अन्य राज्यों में लागू किया जाना चाहिए।