गाजियाबाद। वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति ने अपना 23वां स्थापना दिवस कविनगर स्थित लायन्स नेत्र चिकित्सालय में समिति के अध्यक्ष डाक्टर जे.एल रैना की अध्यक्षता में धूमधाम से मनाया गया। समारोह के मुख्य अतिथि बी 4 एस साल्यूशंस के प्रबंध निदेशक रमाकांत शर्मा थे। सभी सदस्यों ने करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन से हुआ। तत्पश्चात समिति के महासचिव आरके गुप्ता ने समिति की पृष्ठभूमि, उद्देश्यों एवं विभिन्न गतिविधियों से सदन को अवगत कराया। दो निराश्रित वृद्धों को गर्म कपड़ों की किट देकर सम्मानित किया गया। इसी के साथ समिति के 80 वर्ष पूर्ण करने वाले 7 सदस्यों व अपने संस्थापक सदस्य सुरेश चंद्र को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। सुरेश चंद्र ने अपने संक्षिप्त संदेश में सदन को अवगत कराया कि समिति की कैसे और किस उद्देश्य से स्थापना की गई थी। समिति ने विशिष्ट 20 दानदाताओं का भी सम्मान प्रतीक चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर समिति की स्मारिका जीवन ज्योति का विमोचन भी किया गया। तत्पश्चात शहर के विभिन्न विद्यालयों के आर्थिक रूप से कमजोर 116 मेधावी छात्र-छात्राओं को 478000 रुपए की छात्रवृत्ति वितरित की गई। समिति के शिक्षा प्रकल्प प्रभारी एके गुप्ता ने बताया कि देश का स्वर्णिम भविष्य शिक्षित बच्चों पर ही आधारित है इसलिए समिति का प्रयास रहता है कि धन का अभाव उनकी शिक्षा में बाधा न बने। कार्यक्रम का संचालन वीपी रस्तोगी ने किया। इसके बाद कवि सम्मेलन का शुभारम्भ सुन्दर सरस्वती वंदना से हुआ, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कवियों ने अपनी-अपनी कविताओं से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए व सभी उपस्थित श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी। मुख्य अतिथि ने बच्चो को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि शिक्षा से ही समाज में बदलाव लाया जा सकता है। उन्होंने समिति द्वारा किये जा रहे कार्यो की भूरी भूरी प्रशंसा की तथा आज के सुंदर कार्यक्रम व कवि सम्मेलन को बहुत सराहा गया। तत्पश्चात समिति के अध्यक्ष डा. जे एल रैना ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सफलता का मूल मंत्र कठिन परिश्रम है अत: खूब पढ़ो। डा. रैना ने सभी कवियों को धन्यवाद दिया व उनका आभार प्रकट किया। डा. रैना ने कार्यक्रम में आए अतिथियों, समिति के सदस्यों का धन्यवाद किया। राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने मे एलडी शर्मा, हरिपाल सिंह,अनिल चौधरी, वीपी सिंह, बीजी शर्मा, मिथलेश बंसल, रमेश अरोरा, प्रमोद वार्ष्णेय आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।