- छात्रों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं
- बच्चे राष्ट्र की धरोहर हैं उनके स्वास्थ्य व भविष्य की चिंता हम सब का कर्तव्य है
गाजियाबाद। जनपद में विद्यालयों के पुन: खुलने के बाद सामान्यत: यह देखा जा रहा है कि विद्यालय प्रबंधन द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बच्चों के भविष्य व स्वास्थ्य के प्रति उदासीनता बरतने वाले विद्यालयों को सख्त हिदायत देते हुए कोविड प्रोटोकाल का अक्षरश: पालन करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने इसे अत्यंत गंभीरता से लेते हुए निर्देशित किया कि कोविड-19 के प्रभावी नियंत्रण के लिए अनिवार्य रूप से निम्न बिंदुओं का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा है कि बच्चे राष्ट्र की धरोहर हैं उनके स्वास्थ्य व भविष्य की चिंता हम सब का कर्तव्य है। जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक से ऐसे विद्यालयों को चिह्नित कर कार्यवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है जो विद्यालय कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन कर छात्रों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि विद्यालयों द्वारा बच्चों के प्रति लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विद्यालय में अध्ययनरत 12 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के ऐसे छात्र-छात्राओं का शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराया जाए जो कोविड-19 के लक्षण से मुक्त हो। विद्यालय परिसर में एवं ट्रांसपोर्टेशन के समय बसों में सभी छात्र-छात्राओं एवं शैक्षणिक तथा अशैक्षणिक कर्मचारियों द्वारा अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग किया जाए। विद्यालय में अनिवार्य रूप से कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किया जाए और उसे पूर्ण रूप से संचालित रखा जाए। विद्यालय परिसर में एवं बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए। जिलाधिकारी द्वारा यह भी निर्देशित किया गया है कि सभी विद्यालयों का भौतिक सत्यापन कराया जाए कि उनके द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का शत प्रतिशत पालन किया जा रहा है या नहीं, यदि निरीक्षण के समय यह पाया गया कि किसी विद्यालय द्वारा उक्त निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित नहीं कराया जा रहा है तो इसे सीआरपीसी की धारा-144 का उल्लंघन मानते हुए प्रभावी विधिक कार्रवाई की जाए।