लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में आहूत एक बैठक में विकास कार्यों, कानून व्यवस्था, कोविड प्रबन्धन तथा स्वच्छता सम्बन्धी विभिन्न कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात व बाढ़ से गांवों व शहरों की सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, विकास प्राधिकरण, मंडी समिति, गन्ना विकास, आरईएस विभाग सड़कों का सर्वे कर एस्टिमेट बनाकर कार्य प्रारम्भ करें और दीपावली तक समस्त सड़कों को गड्ढामुक्त बनाएं। उन्होंने कहा कि वाराणसी में देश-विदेश के पर्यटक, श्रद्धालु आते हैं, यहां विशेष अभियान चलाकर स्वच्छता व सैनिटाइजेशन का कार्य करें। आज से स्वच्छता महाअभियान का प्रारम्भ किया गया है। बरसात व बाढ़ के बाद अभियान को सघनता से चलाएं, ताकि कोई बीमारी न फैले। इस कार्य से सभी जनप्रतिनिधि सक्रियता से जुड़ें।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि जनपद में 8871.27 करोड़ रुपए की 117 प्रमुख परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। माह जुलाई एवं अगस्त में पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं में तरना शिवपुर में सीवर लाइन के स्थानान्तरण का कार्य, रामनगर एसटीपी का कार्य, पशुधन फार्मों का सुदृढ़ीकरण, वरुणा नदी के चैनेलाइजेशन एवं तटीय विकास कार्य, बीएचयू में स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर का निर्माण, बीएचयू में 200 कमरों का महिला छात्रावास, पंडित दीनदयाल उपाध्याय सरकारी कॉलेज, पलहीपट्टी में निर्माण व स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत घाटों के रिवाइटलाइजेशन एवं फसाड इम्प्रूवमेण्ट के कार्य पूर्ण हो चुके हैं। अन्य परियोजनाओं पर तेजी से कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने वाराणसी में गतिमान परियोजनाओं की प्रगति पर सन्तोष व्यक्त करते हुए कहा कि विकास परियोजनाओं में गुणवत्ता व समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए। वाराणसी में स्मार्ट सिटी तथा सेफ सिटी योजनाओं को आपसी समन्वय के साथ संचालित किया जाए। इससे कम खर्च में बेहतर परिणाम मिलेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। यहां प्रत्येक कार्य नियमानुसार, मानक के अनुरूप, अच्छे व अनुकरणीय हों। इसका पूरे देश में संदेश जाता है। 25 सितम्बर, 2021 को प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक में गरीब कल्याण मेला आयोजित होगा। इसमें आरोग्य मेला, कृषि मेला व विभिन्न विभागों द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं के स्टॉल लगेंगे और पात्रों को योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को भव्यता के साथ मेले के आयोजन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेले का उद्घाटन जनप्रतिनिधि से कराएं।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के जन्मदिन को 13 से 19 सितम्बर तक सेवा सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा। इसके अन्तर्गत अनेक जनकल्याणकारी कार्यक्रम आयोजित होंगे।
बैठक में पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर, पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।