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डीएम की अध्यक्षता में धर्मगुरुओं का टीबी के प्रति संवेदीकरण किया गया

  • आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ह्लआइकोनिक वीक आॅफ हैल्थह्व में हुआ कार्यक्रम
  • कोविड प्रोटोकॉल को लेकर भी धर्मगुरुओं से सहयोग की अपील की गई
  • टीबी और कोविड, दोनों से बचाव के लिए जरूरी है मॉस्क : सीएमओ
    गाजियाबाद।
    हापुड़ कलेक्ट्रेट सभागार में धर्मगुरुओं का क्षय रोग के प्रति संवेदीकरण किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी अनुज सिहं ने सभी धर्मगुरुओं से अपील की कि उनके यहां आने वाले श्रद्धालुओं को वह क्षय रोग के बारे में बताएं। किसी को यदि दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी है तो उस नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीबी की जांच कराने के लिए कहें। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने में सहयोग की अपील की। डीएम ने कहा है कि यह ऐसा समय है जब जनता और जनता के नुमाइंदों का सहयोग जरूरी है। धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं से मॉस्क पहनने और एक-दूसरे से दो गज की सुरक्षित दूरी बनाकर रखने की अपील करें।
    जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान टीबी के खिलाफ कलंक शमन की शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी श्रद्धा भी मौजूद रहीं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रेखा शर्मा और जिला क्षय रोग अधिकारी डा. राजेश सिंह ने कार्यक्रम में मौजूद विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं को कोविड से बचाव के साथ ही टीबी के लक्षणों की भी विस्तार से जानकारी दी। साथ ही बताया दोनों ही मामलों में मॉस्क का प्रयोग बहुत सहायक सिद्ध होता है, इसलिए सभी को मॉस्क का प्रयोग करने के लिए जागरूक करें। पूजा, आरती, अरदास और नमाज के दौरान सभी को आवश्यक रूप से मॉस्क लगाने और एक दूसरे से दो गज की सुरक्षित दूरी पर रहने को कहें। ध्यान रहे जब दोनों लोगों ने मॉस्क लगाया हुआ हो, तभी दो लोगों के बीच दो गज की दूरी, सुरक्षित दूरी होती है।
    धर्मगुरुओं के संवेदीकरण कार्यक्रम में सभी धर्मगुरुओं और विभिन्न जिला स्तरीय विभागों के अधिकारियो- कर्मचारियों को टीबी के खिलाफ कलंक शमन की शपथ दिलाई गई- ह्व हम यह शपथ लेते हैं कि क्षय रोग के संबंध में समाज को बताएंगे कि क्षय रोग कोई कलंक या अभिशाप नहीं है, तथा इसका इलाज संभव है। इस कार्य में समर्पित होकर स्वस्थ एवं सुरक्षित समाज के निर्माण में अपना पूर्ण योगदान देंगे। टीबी हारेगा देश जीतेगा।ह्लकार्यक्रम के दौरान चंडी देवी मंदिर से पंडित मुन्नालाल, गुरुद्वारे से सरदार जितेंद्र सिंह, डा. प्रेमपाल शास्त्री, चर्च से पास्टर सतीश शर्मा, सैमुअल मसीह, बालाजी मंदिर से यश कुमार गोयल, जामा मस्जिद से इमाम कारी मोहम्मद आसिम, नायब शहर काजीमौलाना मोहम्मद असद, सबली मंदिर से पंडित मुन्ना शुक्ला, मंशा देवी मंदिर से पंडित सुधाकर शर्मा, साईंधाम अच्छेजा से पंडित अनुराग वाजपेयी, बौद्ध मठ से रामरतन बौद्ध और मदनी चेरिटेबल ट्रस्ट से हाजी सदरुद्दीन आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम में क्षय रोग विभाग से जिला पीपीएम कोर्डिनेटर सुशील चौधरी, जिला कार्यक्रम समन्वयक दीपक शर्मा, पीएमडीटी मनोज गौतम, वरिष्ठ प्रयोगशाला पर्यवेक्षक बृजेश कुमार, एसटीएस हसमत अली और फईम अहमद आदि का सक्रिय सहयोग रहा।

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