-उचित खापपान, व्यायाम करें व तंबाकू से करें तौबा
गाजियाबाद। आज विश्व हृदय दिवस है। जाहिर सी बात है कि आज हमें अपने दिल को उन सभी जानकारियों के बारे में जानना बेहद जरूरी है जो हमारे दिल को कमजोर न होने दे। कोरोना के बाद लोगों के कई तरह की बीमारियों से परेशान होते भी हम देख रहे हैं। मांसपेशियों के कमजोर होने पर दिल और दिमाग पर इसका गहरा असर होता है। शुगर, मोटापा, अनियंत्रित कोलोस्ट्रोल के चलते हार्ट स्ट्रोक के अधिक चांस रहते हैं। हृदय से जुड़ी बीमारियों व सावधानियों के बारे में कॉर्डियोलॉजिस्ट डा. राहुल ने बताया कि हमें अपनी दिनचर्या को ऐसा बनाना होगा जिससे हम तंदरुस्त रह सकें। देखने में आता है कि गलत व्यसनों के चलते हम अपने दिल पर न जाने कितना भार डाल रहे हैं, इसका पता जब चलता है जब बीमारी अधिक बढ़ जाती है। जरूरत इस बात की है कि अपनी दिनचर्या की शुरूआत हमें हल्के व्यायाम से करनी चाहिए। भोजन ऐसा लें जिसमें प्रचुर मात्रा में कैलोरी हो। तामसिक पदार्थों से हमें दूर रहना होगा। उन्होंने कहा कि शुगर, ब्लड प्रेशर के मरीजों को हार्ट की बीमारी के प्रति ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि कोरोना से जंग जीत चुके बहुत से ऐसे मरीज आते हैं जिन्हें दिल की बीमारी हो गई है। ऐसे मरीजों की मांसपेशियां कमजोर दिखाई पड़ती है। जरूरी नहीं है कि कमजोर धमनियां सिर्फ हार्ट पर ही असर डालें बल्कि पैर और दिमाग पर भर असर डालती हैं। उन्होंने विश्व हृदय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सभी से अपनी सेहत का ख्याल रखने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान लोगों के फेफड़ें अत्यधिक संक्रमित हुए हैं। इसलिए फेफड़ों को भी मजबूत करने के लिए आपको डाक्टर की सलाल लेना बेहद जरूरी है। दिल की बीमारी बुजुर्गों में ही अधिक मिल रही है बल्कि गलत खानपान, प्रदूषण, तंबाकू के सेवन और व्यायाम न करना व तनाव के चलते युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। तीस से चालीस उम्र तक के युवाओं को अपने दिल को लेकर बेहद संजीदगी के साथ रहना चाहिए।