- सड़क सुरक्षा जन जागरूकता संगोष्ठी में सड़क पर यातायात के नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित चलने की अपील
- कर्म योग एवं सड़क सुरक्षा संगोष्ठी में प्रस्तुत किए गए जनपद के आंकड़े
- सड़क सुरक्षा के लिए प्रत्येक व्यक्ति जिम्मेदार: वेंकटेश्वर लू
- रंगोली, कला प्रदर्शनी, नुक्कड़ नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं अधिकारियों के प्रस्तुतीकरण से प्रभावशाली रही सड़क सुरक्षा संगोष्ठी
गाजियाबाद। सड़क दुर्घटनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में एवं जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की उपस्थिति में आयोजित एक दिवसीय कर्म योग एवं सड़क सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन एक कॉलेज में किया गया। सड़क सुरक्षा थीम आधारित कला प्रदर्शनी एवं रंगोली का अवलोकन करने के पश्चात प्रमुख सचिव परिवहन ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संगोष्ठी का आरंभ किया। परिवहन उपायुक्त मेरठ परिक्षेत्र सुनीता वर्मा द्वारा स्वागत संबोधन में अतिथियों के स्वागत के साथ-साथ विषय की संवेदनशीलता एवं आवश्यकता बताते हुए सड़क सुरक्षा के सभी मानकों पर खरे उतरने के लिए विभागीय अधिकारियों तथा सभागार में उपस्थित प्रतिभागियों से अपील की गयी। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम सड़क सुरक्षा जन जागरूकता अभियान के तहत आयोजित संगोष्ठी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू ने लोगों को संबोधित करते हुए सड़क पर धीमी गति से वाहन चलाने और सड़क पर यातायात के नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना देश की एक विकट समस्या है, सड़क दुर्घटनाओं से लाखों लोगों की प्रतिवर्ष मौत होती हैं। उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए हम सबको यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए। प्रमुख सचिव ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हमें सजग रहना जरूरी है। उन्होंने बताया कि यातायात के नियमों का विधिवत पालन करने से शत-प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। इस अवसर पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि अगर हमें सड़क दुर्घटना में कमी लानी है, तो 4 चीजें बहुत ज्यादा जरूरी है जिसमें अभियांत्रिकी, एजुकेशन, एनफोर्समेंट और इमरजेंसी सर्विसेज। हमें इनका पूर्ण ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सड़क दुर्घटना से होने वाली मृत्यु दर बहुत ज्यादा है पिछले साल की अगर बात करें तो पूरे प्रदेश में लगभग 2 लाख 20 हजार एक्सीडेंट हुए हैं। इनमे करीब डेढ़ लाख लोगों की मौत हुई है। अगर प्रदेश की बात करें तो यूपी में 22950 लोगो की सड़क दुर्घटना में मौत हुई है, जिसमें जिले में इसकी संख्या 848 है। उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले यह 8 प्रतिशत काम हैं। खासकर जिले में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है। जिलाधिकारी ने कहा कि हम लोग अखबारों में सड़क दुर्घटना की खबर पढ़ते हैं यह इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में देखते हैं लेकिन उसके बाद भी जागरूक नहीं होते। वाहन चलाते वक्त हेलमेट नहीं लगाते, सीट बेल्ट नहीं लगाते, बाइक चलाते वक्त फोन पर बात करते हैं। सड़क दुर्घटना कम करने की दिशा में हम सभी को मिलकर काम करना होगा। वाहन चलाते वक्त सभी को ध्यान रखना होगा कि वह किसी भी तरह का यातायात नियम न तोड़े यह नियम उनकी सलामती के लिए ही बनाए गए हैं। वहीं अगर सड़क खराब होगी तो भी दुर्घटना होगी अगर सही साइन बोर्ड नहीं लगे होंगे तो उससे भी दुर्घटना होने के चांस बनते हैं इसी को लेकर सभी विभागों को यह ध्यान रखना है कि सड़क में गड्ढे न हो उनकी समय पर मरम्मत की जाए और साइन बोर्ड बिल्कुल सही तरीके से सही जगह-जगह पर लगे हो। सड़क सुरक्षा अभियान के तहत आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं में प्रमुख समाजसेवी राम कृष्ण गोस्वामी जी ने भगवतगीता अध्यायों के श्लोकों के उद्धरण देकर सड़क सुरक्षा को कर्मयोग से जोड़ा। पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी भवतोष शंखधर, पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा, आरटीओ प्रवर्तन केडी सिंह गौर ने जनपद के आंकड़े दुर्घटना दर, मृत्यु दर, काटे गए चालान, भविष्य की कार्य योजना तथा जागरूकता हेतु चलाए गए कार्यक्रमों से अवगत कराया। इन गणमान्य लोगों ने सड़क सुरक्षा एवं यातायात के नियमों का पालन करने की अपील की। संगोष्ठी को रुचिकर प्रभावशाली एवं अविस्मरणीय बनाने के लिए नुक्कड़ नाटक, विद्या भारती स्कूल की तनीषा अरोड़ा द्वारा मूक अभिनय तथा श्री ठाकुर द्वारा बालिका विद्यालय की उदिता महेरिया द्वारा नृत्य नाटिका के माध्यम से यातायात के नियमों के पालन का संदेश दिया गया, जिसके लिए कलाकारों को भरपूर सराहना मिली। इस अवसर पर सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली शिक्षण संस्थाओं के प्रधानाध्यापक एवं नोडल अध्यापकों को भी सम्मानित किया गया, जिसमें डीपीएस साहिबाबाद की भावना खन्ना, डायरेक्टर आईएमएस अरुण कुमार, शिक्षा विभाग की पूनम शर्मा एवं डिप्टी चीफ वार्डन अनिल अग्रवाल को सम्मानित किया गया। परिवहन विभाग के 3 चालकों रौदास, शकील रामवीर तथा विभागीय शैलेश कुमार को सड़क दुर्घटनाओं में होने वाले घायल व्यक्तियों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने वाले गुड सेमेरिटन का प्रशस्ति पत्र व सम्मान प्रतीक देखकर सम्मानित किया गया। नुक्कड़ नाटक टीम की पूनम कॉल, उर्वशी महेरिया तथा तनीषा अरोड़ा को भी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार भेंट किए गए।