- 210 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हार्टफुलनेस अकादमी कर रही प्रशिक्षित
- तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद केंद्रों पर शुरू होगा योग कार्यक्रम
गाजियाबाद। गर्भवती अब आंगनबाड़ी केंद्र पर योग करेंगी ताकि शरीर में लचीलापन बना रहे और प्रसव के समय होने वाली परेशानियां कम हो सकें। जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वार्ष्णेय (डीपीओ) ने बताया कि नियमित रूप से कुछ योग क्रियाएं प्रसव पीड़ा कम करने में मदद करती हैं, इतना ही नहीं योग करने से सामान्य प्रसव की संभावनाएं भी काफी बढ़ जाती हैं और अनावश्यक रूप से होने वाली सिजेरियन डिलीवरी से बचा जा सकता है। गर्भवतीको योग क्रियाएं सिखाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आयुष मंत्रालय की अंतर्राष्ट्रीय योग अकादमी हार्टफुलनेस की ओर से प्रशिक्षित किया जा रहा है।
जुलाई माह के दौरान अकादमी की ओर से जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वार्ष्णेय स्वयं इन योग क्रियाओं का आॅनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी हैं। उन्होंने बताया कि अगस्त माह के दौरान जनपद में तैनात सभी सुपरवाइजरों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अब 210 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को विजयनगर के सेक्टर-नौ स्थित चिल्ड्रन एकेडमी में तीन दिवसीय योग प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहले दिन का प्रशिक्षण सोमवार को हो चुका है। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चिल्ड्रन एकेडमी में योग प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी।
डीपीओ ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि योग क्रियाएं मानसिक शांति देने वाली हैं और नियमित रूप से योग करने पर शरीर में स्फूर्ति और ऊर्जा बनी रहती है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की देखरेख भी योग क्रियाएं कर सकेंगी। कुछ दिन के अभ्यास के बाद वह घर पर भी योग कर सकेंगी। शशि वार्ष्णेय ने बताया कि वैसे तो आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती के लिए तय योग क्रियाएं ही कराई जाएंगी लेकिन फिर भी योग कक्षा में जाने से पहले अपनी चिकित्सक से भी इस संबंध में बात अवश्य करें।