- लाभार्थियों की संख्या हुई 1549, 18 से 22 दिसम्बर तक आयोजित किया गया विशेष अभियान
- पहली बार मां बनने पर पांच हजार और दूसरा बच्चा बालिका होने पर मिलते हैं छह हजार
गाजियाबाद। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के अंतर्गत 18 से 22 दिसंबर तक विशेष पंजीकरण अभियान चलाया गया। पांच दिवसीय विशेष अभियान में जनपद में कुल 310 लाभार्थियों का पंजीकरण किया गया। अब जनपद में पीएमएमवीवाई योजना की लाभार्थियों की संख्या 1549 हो गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने आह्वान किया है कि पहली बार गर्भवती होने पर योजना के अंतर्गत पंजीकरण अवश्य कराएं और सरकार की ओर से चलाई जा रही योजना का लाभ उठाएं। सीएमओ डा. शंखधर ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) केन्द्र सरकार एवं उप्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके अन्तर्गत गर्भवती एवं धात्री माताओं को प्रथम सन्तान एवं द्वितीय सन्तान (लड़की) होने पर योजना का लाभ दिया जाता है। योजना में शामिल करने के लिए लाभार्थी का मंत्रा एवं ई कवच ऐप पर अंकन किया जाता है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में लाभार्थी को पहली बार गर्भवती होने पर दो किस्तों में पांच हजार रुपये दिये जाते हैं। प्रथम किस्त (तीन हजार रुपये) प्रसव पूर्व कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) होने पर और दूसरी किस्त (दो हजार रुपये) बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने, बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर मिलेगी। प्रसव पूर्व योजना के लिए पंजीकरण न होने की स्थिति में बच्चे के जन्म से 270 दिन तक योजना का लाभ देने का प्रावधान है। सीएमओ ने बताया कि दूसरा बच्चा लड़की होने पर छह हजार एक मुश्त रुपये दिये जाते हैं। यह लाभ प्राप्त करने क?े लिए पंजीकरण प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर किया जाता है। यह राशि बालिकाओं के प्रति सकारात्मक व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए है। योजना के तहत मिलने वाली धनराशि लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। उन्होंने बताया- योजना के पोर्टल http://pmmvy.wcd.gov.in/ पर लाभार्थी सीधे भी पंजीकरण कर सकते हैं। स्वयं पंजीकरण करने की स्थिति में संबंधित आशा से या फिर सीएमओ कार्यालय में संपर्क करें।