देहरादून। यहां गुजराड़ा गांव क्षेत्र में चलाए जा रहे जन चेतना केंद्र में जहां एक ओर श्रमिक कालोनी के बच्चों की आवाजाही प्रतिदिन बढ़ रही है और बच्चे इस केंद्र में आकर खेलकूद की विभिन्न गतिविधियों में शामिल होने के अलावा नैतिक ज्ञान और व्यक्तित्व निखार का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर यहां मजदूर बस्ती में रहने वाले कुछ लोग केंद्र में अपनी आस्था रखते हुए अपने दिव्यांग बच्चों को लेकर भी केंद्र में आ रहे हैं। यहां घरों में माली का काम करने वाले गोपाल वर्मा अपनी पत्नी मीना वर्मा के साथ अपनी चौदह वर्षीय दिव्यांग पुत्री स्नेहा वर्मा को व्हील चेयर पर बिठाकर केंद्र परिसर में लाए और यहां खेलने आने वाले बच्चों से अपनी पुत्री स्नेहा का परिचय कराया। इसी तरह श्रमिक कालोनी में रहने वाले दयाराम भी अपनी सात वर्षीय दिव्यांग पुत्री जागृति को गोद में उठाकर केंद्र में लाए और केंद्र संचालकों से जागृति के उपचार के संबंध में बातचीत की और सहयोग देने का अनुरोध भी किया। जन चेतना केंद्र के प्रमुख संचालक कमल सेखरी ने दयाराम को इस संबंध में हर संभव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। श्री सेखरी ने अपने इस संगठन से जुड़े सभी सदस्यों, मित्रों और अन्य सामाजिक संगठनों से इन दोनों दिव्यांग बेटियों के उपचार के लिए सहयोग देने का अनुरोध भी किया है।